नई दिल्ली: लोकसभा में विपक्ष के नेता और सांसद राहुल गांधी ने भाजपा सांसद कंगना रनौत के कृषि कानूनों से जुड़े बयान पर प्रतिक्रिया दी है। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया एक्स पर एक वीडियो जारी कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इसके बारे में जवाब मांगा है। हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से बीजेपी की सांसद कंगना रनौत ने कहा था कि मोदी सरकार को तीन कृषि कानूनों को वापस लागू करना चाहिए। बीजेपी ने उनके इस बयान से किनारा करते हुए कहा था कि ये कंगना रनौत की निजी राय है।
इसके बाद कंगना ने अपने बयान पर खेद जताया था। इस विवाद पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा के एक सांसद ने काले कृषि कानूनों को वापस लाने की बात कही है। मोदी जी आप साफ बताइये, आप इसके खिलाफ हैं या नहीं। क्या आप किसान कानून वापस लाने वाले हैं? यदि ऐसा है तो मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि पूरा इंडिया गठबंधन इसके खिलाफ खड़ा होगा।
राहूल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा है कि “700 लोग शहीद हुए हैं। हमें उन्हें याद रखना है। मोदी जी ने उनके लिए दो मिनट मौन नहीं रखने दिया था। हम ये कभी नहीं भूलेंगे। राहुल गांधी ने कहा है कि, “सरकार की नीति कौन तय कर रहा है? एक भाजपा सांसद या प्रधानमंत्री मोदी? 700 से ज्यादा किसानों, खास कर हरियाणा और पंजाब के किसानों की शहादत ले कर भी भाजपा वालों का मन नहीं भरा।” “इंडिया गठबंधन अन्नदाताओं के विरुद्ध भाजपा का कोई भी षडयंत्र कामयाब नहीं होने देगा। अगर किसानों को नुकसान पहुंचाने के लिए कोई भी कदम उठाया जाएगा तो मोदी जी को फिर से माफी मांगनी पड़ेगी।”
कंगना रनौत ने जताया अपने बयान पर खेद:
कंगना रनौत ने इसके पहले कहा था कि मोदी सरकार को कृषि कानूनों को वापस लाना चाहिए। किसानों को खुद इसकी मांग करनी चाहिए ताकि उनकी समृद्धि में कोई रुकावट नहीं रहे। इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने के बाद कंगना रनौत ने सोशल मीडिया एक्स पर वीडियो संदेश जारी कर माफी मांगी है। कंगना ने कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी ने बहुत संवेदनशीलता से कृषि कानून वापस ले लिये थे। हम सब कार्यकर्ताओं का ये कर्तव्य बनता है कि हम उनके शब्दों की गरिमा रखें। वीडियो
मुझे अब या बात भी ध्यान रखनी होगी कि अब मैं सिर्फ एक कलाकार नहीं, बीजेपी की कार्यकर्ता भी हूं। अब मेरे विचार निजी नहीं होने चाहिए, वो पार्टी का स्टैंड होना चाहिए। अगर मैंने अपने शब्दों और विचारों से किसी को निराश किया है, तो मुझे खेद है। मैं अपने शब्द वापस लेती हूं।