गुरुग्राम : भारत जोड़ो यात्रा के 107वें दिन सुबह गुरुग्राम के खेरली लाला गांव से यात्रा शुरु हुई। सुबह ठंड थी, फिर भी बड़ी संख्या में स्थानीय लोग यात्रा में शामिल हुए। सुबह के सत्र में डीएमके की नेता और सांसद कनिमोझी भी राहुल गांधी के साथ चलीं। दोपहर में यात्रा ब्रेक के दौरान एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। जिसमें 24 दिसंबर की यात्रा के रूट की जानकारी देते हुए कांग्रेस सांसद शक्ति सिंह गोहिल ने बताया कि कल बदरपुर मेट्रो स्टेशन के पास फ्लैग सेरिमनी होगा, जहां हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष को राष्ट्रीय ध्वज सौंपेंगे।
बदरपुर से अपोलो हॉस्पिटल के पास से गुजरते हुए यात्रा आश्रम जाएगी, वहां जयराम आश्रम के पास दोपहर का विश्राम होगा। वहां से निजामुद्दीन, फिर इंडिया गेट सर्किल, उसके बाद आईटीओ। वहां से दरियागंज दिल्ली कैंट होते हुए यात्रा लाल क़िला जाएगी। उसके बाद वहां से कुछ यात्री और राहुल गांधी गाड़ी से राजघाट, वीर भूमि, शांति स्थल जैसी समाधियों पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस नेता कन्हैया कुमार ने कहा कि जब से यात्रा शुरू हुई है भाजपा ने इस पर चौतरफा हमला शुरू किया है। सबसे पहले कहा गया कि भारत तो जुड़ा हुआ है, क्या जोड़ने निकले हैं। इस पर हम एक काउंटर सवाल करना चाहते हैं।
यदि भारत जुड़ा हुआ है और भारत जोड़ो यात्रा की कोई आवश्यकता ही नहीं है तो आप इसकी इतनी चर्चा क्यों कर रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री को क्या जरूरत है भारत जोड़ो यात्रा को लेकर चिट्ठी लिखने की। हम ये कह सकते हैं कि देश जुड़ा हुआ है, जमीनी तौर पर, भौगोलिक तौर पर, भावनात्मक तौर पर, लेकिन जब देश के लोगों को उनकी पहचान के आधार पर बांटा जाता है, भेदभाव पैदा किया जाता है, एक के ख़िलाफ दूसरे को खड़ा किया जाता है तो देशवासियों को आपस में तोड़ने की कोशिश की जाती है। देश यदि भावनात्मक रूप से जुड़ा हुआ नहीं रहेगा तो जमीन से भी बहुत देर तक जोड़कर नहीं रख सकते हैं।
इसलिए हम पहले दिन से कह रहे हैं कि यह यात्रा दिलों को जोड़ने के लिए है। क्योंकि देश के अंदर अगर नफरत का माहौल रहेगा तो शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार, रोटी, कपड़ा, मकान, बिजली, पानी जैसे मुद्दे राजनीति विमर्श से गायब हो जाएंगे। कन्हैया ने बीजेपी से ही सवाल करते हुए कहा कि क्या इस देश में जब भर्ती घोटाला होता है, जब किसी इंसान के साथ सरेआम मार-पीट होती है, महिलाओं पर अत्याचार होता है तो आपकी भावनाएं नहीं टूटती हैं, नौजवानों के सपने नहीं टूटते हैं। उन्हीं भावनाओं को जोड़ने के लिए, उन्हीं सपनों को जोड़ने के लिए यह यात्रा निकाली गई है। कोरोना को लेकर स्वास्थ्य मंत्री द्वारा राहुल गांधी को लिखी गई चिट्ठी पर सवाल उठाते हुए कन्हैया ने कहा कि राहुल गांधी पहले नेता थे जिन्होंने कोविड-19 को लेकर सरकार को चिट्ठी लिखी थी और ये लोग उनसे सवाल पूछ रहे हैं।
उन्होंने बीजेपी पर चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि मुझे तो लगता है कि बीजेपी का कोरोना से ही कोई खास संबंध है। उनकी रैली में नहीं जाता दूसरों की रैली में चला जाता है। जब वो दिन में पार्लियामेंट में रहते हैं तो मास्क पहने रहते हैं और रात में शादी में जाते हैं तो बिना मास्क के जाते हैं। कोरोना को दिन और रात का कितना बढ़िया सेंस है। इन लोगों ने मजाक बनाकर रख दिया है। उन्होंने आगे कहा कि अगर साइंटिफिक आधार पर कोई प्रोटोकॉल आता है तो हम उसका पालन करेंगे। लोगों के सवालों को लेकर यह जो यात्रा चली है यह चलती रहेगी। इनको जितना दम लगाना है लगा लें। इन्होंने इग्नोर करके देख लिया, बदनाम कर के देख लिया, मंदिर मस्जिद सब कर लिया लेकिन यात्रा देखते देखते पैदल चलकर कन्याकुमारी से दिल्ली पहुंच गई और दिल्ली का जो तख्त है वो हिल गया है। हम एक बार फिर स्पष्ट कर देना चाहते हैं इस यात्रा का उद्देश्य इलेक्शन नहीं इमोशन है। आप इमोशन साफ रखिए।
इस यात्रा से आपको कोई परेशानी नहीं होगी। हमेशा यात्रा के माध्यम से भीड़ नहीं जुटाना चाहते हैं, हम चाहते हैं कि नागरिक अपने सवालों को लेकर चलें। इस अवसर पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने फरीदाबाद को लेकर कई बातें बताएं। कहा कि महाभारत में जब पांडवों ने 5 पत मांगे थे तब उनमें एक पत, तिलपत फरीदाबाद का भी था। आजादी की लड़ाई के समय महात्मा गांधी ने पलवल में सबसे पहले गिरफ्तारी दी थी। आजादी मिलने के बाद पंडित जवाहरलाल नेहरू ने इंडस्ट्री का सबसे पहला काम फरीदाबाद में किया था। यहां पर मोटरसाइकिल, फ्रिज वगैरा देश में सबसे ज्यादा बनते थे। हमारी सरकार आई तो हमने भी इस क्षेत्र के विकास के लिए काम किया और आगे बढ़ाया। लेकिन पिछले 8 वर्षों में बीजेपी सरकार ने फरीदाबाद को बदहाल कर दिया है।
संसद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित किए जाने को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कांग्रेस सांसद एवं पार्टी के संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा कि इसके लिए विपक्षी दलों ने काफी पहले मांग की थी। क्योंकि सरकार के पास “पास करने के लिए” बिल नहीं थे। कोई एजेंडा नहीं था। इन्हें करोना को लेकर स्थगित करने का सिर्फ बहाना मिला है। इन्हें स्थगित तो करना ही था क्योंकि अगले 4 दिन के लिए कोई काम बाकी नहीं था। कोरोना को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि हम नियमों का पालन करने वाली पार्टी हैं। हम कहीं भी जाते हैं तो अनुमति लेकर जाते हैं, बिना अनुमति के हम काम नहीं करते। आप नियम बनाइए सबके लिए बनाइए हम उसका पालन करेंगे। लेकिन अगर आप राजनीति करेंगे तो हम उसका डटकर मुकाबला करना भी जानते हैं।
हम दिल्ली में अनुमति लेकर कार्यक्रम करेंगे और अनुमति आपको देनी पड़ेगी। अगर आपको लगता है कि कोविड-19 खतरा है तो तमाम अनुमतियां कैंसिल कीजिए जो आपने अपने आप को दे रखी है। दोपहर में राहुल गांधी ने फरीदाबाद में एमएसएमई क्षेत्र से जुड़े 30 लोगों से बातचीत की। बातचीत के दौरान इन लोगों ने नोटबंदी, जीएसटी के कारण उभरी चुनौतियों, सरकार द्वारा नहीं दी जा रही मदद, कांग्रेस सरकार द्वारा लाई गई योजनाओं को बंद किए जाने समेत कई मुद्दे उठाए। राहुल गांधी ने ध्यान से उनकी बातें सुनी और कहा कि सरकार का ध्यान छोटे और मध्यम बिजनेसमैन की तरफ बिल्कुल नहीं है। वे सिर्फ अपने 2-4 मित्रों को फायदा पहुंचा रहे हैं जो तरह तरह से उन्हें फायदा पहुंचाते हैं।
शाम के समय जब फरीदाबाद के पाली चौक से यात्रा शुरू हुई तब भारी भीड़ देखने को मिली। सड़कों के दोनों ओर लोग लंबी कतारों में खड़े ये। शाम के सत्र में तीन समूह मुख्य रूप से राहुल गांधी के साथ चला। नेशनल मूवमेंट फॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रतिनिधियों एवं पुरानी पेंशन की मांग कर रहे अन्य संगठनों के सदस्यों ने चलते हुए राहुल गांधी के साथ बातचीत की। इन लोगों ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और झारखंड में पुरानी पेंशन को बहाल करने के लिए कांग्रेस एवं राहुल गांधी का धन्यवाद किया और इस मुद्दे को राष्ट्रीय स्तर पर जोर-शोर से उठाने की मांग की। इसके अलावे पूर्व मिस इंडिया सृष्टि राणा भी आज शाम के समय यात्रा में राहुल गांधी के साथ चलीं।