Tuesday , 12 November 2024

126.24 करोड़ रुपये से अधिक की अ*वैध सामग्री जब्त

जयपुर: राजस्थान विधानसभा आम चुनाव-2023 की तुलना में वर्तमान में विधानसभा उपचुनाव-2024 के दौरान 7 विधानसभा क्षेत्रों में नकदी, श*राब आदि अ*वैध सामग्री जब्ती में 3 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है। विधानसभा चुनाव में जहां इन विधानसभा क्षेत्रों में 15.81 करोड़ रुपये मूल्य की अ*वैध वस्तुएं जब्त हुई, उपचुनाव के दौरान इन क्षेत्रों में अब तक जब्त अ*वैध सामग्री की कीमत 48.62 करोड़ रुपये है। यह पूर्व की तुलना में कुल मिलाकर 207 प्रतिशत अधिक है।
Rajasthan Assembly By Election news 12 nov 24
मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन ने बताया कि प्रदेश में आदर्श आचार संहिता लागू होने के बाद चुनाव प्रक्रिया को धन-बल के प्रभाव से मुक्त रखने के प्रयास किए जा रहे हैं। मतदाताओं को लुभाने के लिए वस्तुओं के मुफ्त वितरण को रोकने के लिए निर्वाचन विभाग द्वारा गठित उड़न दस्ते (एफएस), स्थैतिक निगरानी टीमें (एसएसटी) एवं पुलिस आदि एजेंसियां लगातार सक्रिय हैं। इस क्रम में उपचुनाव के दौरान 7 जिलों में अब तक कुल 126.24 करोड़ रुपये की नकद राशि एवं अ*वैध श*राब सहित अन्य सामग्री जब्त की गई है।
महाजन बताया कि अ*वैध नकदी और वस्तुओं की धरपकड़ में सलूम्बर विधानसभा क्षेत्र में बीते वर्ष हुए विधानसभा आम चुनाव की तुलना में सर्वाधिक 632.91 प्रतिशत से अधिक की उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। खींवसर में जब्ती की कार्रवाई में कुल 488.95 प्रतिशत और चौरासी क्षेत्र में 415 प्रतिशत की तुलनात्मक बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने कहा कि सभी एजेंसियों में से सर्वाधिक 103.68 करोड़ रुपये मूल्य की वस्तुओं की जब्ती राजस्थान पुलिस ने की है।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी के अनुसार, निर्वाचन आयोग के निर्देशों के अनुरूप कार्यवाही करते हुए राज्य पुलिस और अन्य प्रवर्तन एजेंसियों ने 7 जिलों में कुल मिलाकर लगभग 4.77 करोड़ रुपये नकद राशि पकड़ी है। लगभग 6.46 करोड़ रुपये मूल्य की अ*वैध श*राब और 1 करोड़ रुपये से अधिक कीमत के न*शीले पदार्थ भी जब्त किए गए हैं। लगभग 1.2 करोड़ रुपये मूल्य की सोना-चांदी आदि कीमती धातुएं पकड़ी गई हैं।
नकद राशि और शराब की जब्ती में दौसा जिला प्रथम स्थान पर:
महाजन ने कहा कि मतदाताओं को लुभाकर चुनाव को प्रभावित करने में नकद राशि और श*राब की सबसे अधिक भूमिका रहने के मद्देनजर अ*वैध वस्तुओं की धरपकड़ में इनकी जब्ती को अधिक महत्त्व देते हुए जिलों की रैंकिंग की गई है। इस रैंकिंग के अनुसार, दौसा जिला प्रथम, नागौर दूसरे और अलवर तीसरे स्थान पर हैं। दौसा जिले में कुल 29.58 करोड़ रुपये मूल्य की अ*वैध वस्तुओं की जब्ती हुई है। नागौर में 25.20 करोड़ रुपये और टोंक जिले में 21.99 करोड़ रुपये की अ*वैध नकदी एवं अन्य वस्तुएं पकड़ी गई हैं।

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