राजस्थान में 2 किमी 171 सबसे लंबी सुरंग में गत रविवार को रेल इंजन दौड़ाकर ट्रायल किया गया। वहीं रेलवे द्वारा इसी महीने नियमित संचालन करने का भी पूरा प्रयास किया जा रहा है। रेलवे ने राजस्थान के लोगों को बड़ी सौगात दी है, जिसकी आस लोग वर्षों से लगाए हुए थे। दौसा के लालसोट ग्राम पंचायत इंदावा अरावली पर्वतमाला पहाड़ियों से प्रदेश की सबसे लंबी रेलवे सुरंग बनाई गई। इसकी लंबाई 2300 मीटर है। इस रेलवे सुरंग पर गत रविवार को रेलवे अधिकारियों व कर्मचारियों के द्वारा वैदिक मंत्रों के साथ इंजन को रेलवे स्टेशन के लिए रवाना किया गया।
इंजन सुरंग में सीटी बजाते हुए 120 की स्पीड से गुजरा एवं लालसोट रेलवे स्टेशन पर पहुंचा। कुछ देर बाद यहां से इंजन अपनी तेज रफ्तार के साथ दौसा की ओर रवाना हुआ। रेल इंजन लालसोट से डिडवाना तक 120 किमी की रफ्तार एवं डिडवाना से दौसा तक 100 किमी की रफ्तार से दौड़ा। इस ट्रायल से रेलवे के अधिकारी व आमजन भी रोमांचित नजर आए। इस सफल स्पीड ट्रायल को रेलवे के लिए बड़ी सफलता भी माना जा रहा है। बताया जा रहा है की ढाई दशक से लंबित दौसा-गंगापुर सिटी रेल परियोजना का काम अब पूरा हो गया है।
इसके बाद रेलवे इसी महीने पूरे ट्रैक पर आदर्श संहिता लागू होने से पहले रेल का नियमित संचालन शरू कर देगा। ट्रायल से पूर्व दौसा से लालसोट आने के दौरान कम रफ्तार पर इंजन चला कर ट्रैक की मजबूती को भी चैक किया गया। उत्तर पश्चिमी रेलवे के चीफ इंजीनियर निर्माण गगन गोयल ने भी ट्रैक का ट्रॉली से निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने कई जगह रुक कर ट्रैक का भी जायजा लिया। लालसोट रेलवे स्टेशन पर उन्होंने परियोजना से जुड़े सभी अधिकारियों के साथ आगामी दिनों में प्रस्तावित सीआरएस के निरीक्षण को लेकर भी चर्चा की।
सहायक अभियंता रामअवतार मीना, सीनियर सेक्शन इंजीनियर कृष्णकुमार जेलियां, गंगासागर परसोईयां, रामकेश मीना, मनोज मरीता समेत सभी अधिकारी मौजूद रहे। रेलवे का प्रयास है कि सीआएस की ओर से सेफ्टी क्लियरेंस मिलने के बाद लोकसभा चुनावों की आचार संहिता लागू होने से पहले ही रेलवे इस ट्रैक पर नियमित रेल संचालन कर सकता है, जो कि क्षेत्र के लिए एक बड़ी सौगात भी साबित होगी।