परिवार नियोजन सेवाओं के तहत परिवार कल्याण लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट सिस्टम एफपीएलएमआईएस मैनेजमेंट के तहत जिले के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को राज्यभर में तृतीय स्थान प्राप्त हुआ है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. धर्मसिंह मीना ने बताया कि जिला कलक्टर के दिशा निर्देशन, उनकी प्रभावी मॉनिटरिंग व ग्रासरूट लेवल स्टाफ की मेहनत के बलबूते से ही जिले को यह उपलब्धि मिली है। उन्होंने बताया कि चिकित्सा संस्थानों, आशा सहयोगिनियों द्वारा ऑनलाइन सिस्टम एफपीएलएमआईएस के माध्यम से ऑनलाइन एंट्री की जाती है।
जिसमे जिले ने तीसरा स्थान प्राप्त किया है। जिले को गत एक वर्ष में परिवार कल्याण में तीसरी बार पुरस्कार मिला है। इससे पूर्व गत विष्व जनसंख्या दिवस पर जिले को परिवार कल्याण में प्रथम आने पर 11 लाख का पुरस्कार, इस वर्ष जनसंख्या दिवस पर परिवार कल्याण में उत्कृष्ट कार्य करने पर सीएचसी बौंली को प्रथम पुरस्कार 1 लाख रुपये मिले थे।
एफपीएलएमआईएस के माध्यम से लाभार्थियों को परिवार नियोजन सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। आशा के स्तर से मोबाइल के मध्यम से परिवार कल्याण साधनों की डिमांड जनरेट की जाती है, डिमांड जेनेरेट होने पर ऑनलाइन ही उस डिमांड को एनालाइज किया जाता है उसके बाद जिला स्तर से डिमांड के अनुरूप सप्लाई जारी की जाती है, इसके पश्चात साधनों की खपत को भी ऑनलाइन ही फीड किया जाता है।
इस अवसर पर मिशन निदेशक एनएचएम, निदेशक आरसीच, परियोजना निदेशक परिवार कल्याण चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं राजस्थान द्वारा अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कैलाश सोनी, जिला नोडल अधिकारी नवल किशोर अग्रवाल, आदित्य तोमर यूएनएफपीए को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया।