सवाई माधोपुर:- उत्तराखंड राज्य की राजधानी देहरादून में एक राष्ट्रीय संगोठी और सम्मान समारोह का आयोजन 7 जून को शिक्षा सागर फाउंडेशन द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एससीईआरटी उतराखंड के सयुक्त निदेशक कंचन देवराडी, एससीईआरटी के सहायक निदेशक के. एल. बिजलव्यान और विशिष्ट अतिथि शैलेश प्रजापति गुजरात रहे। देहरादून में 13 राज्यों के 152 शिक्षकों को श्रीदेव सुमन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान से सम्मानित किया गया है।
श्रीदेव सुमन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान सम्मान के लिए राजस्थान से 9 शिक्षकों को सम्मानित किया गया था। सवाई माधोपुर जिले से श्रीदेव सुमन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान के लिए राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मखोली सवाई माधोपुर के शिक्षक मोहम्मद नासिर बैग का चयन किया गया था। नासिर बैग को देहरादून में श्रीदेव सुमन राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2024 से सम्मानित किया गया है। कौन कहता है आसमां में छेद नहीं हो सकता, एक पत्थर तो तबियत से उछालो यारों।
शायर की यह पंक्तियां राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मखोली जिला सवाइ माधोपुर में कार्यरत नवाचारी शिक्षक मोहम्मद नासिर के लिए है, जिन्होंने अपने स्वयं के खर्चे से तैयार फ्लेक्स के माध्यम से निपुण भारत मिशन में अपना सार्थक प्रयास किया है। इनके नवाचार अधिकतर कबाड़ से जुगाड़ के बने हुए है। मोहम्मद नासिर ने इससे पूर्व भी बच्चों को शिक्षण अधिगम सामग्री के रूप में हिंदी अंग्रेजी लेखन के फोल्डर व विद्यालय में मिनी स्टेशनरी बैंक की स्थापना अपने स्वयं के व्यय पर ही की थी।
अंत्योदय फाउंडेशन मुंबई के द्वारा कक्षा 1 व 2 के लिए विद्यालय में खिलौना बैंक की स्थापना करवाई गई है। बच्चों को खेल- खेल में स्वरचित गीत कविताओं और गतिविधियों के माध्यम से प्रभावी रोचक शिक्षण कार्य करवा रहे हैं। समाज के प्रति अपने उत्तरदायित्व का निर्वहन करना ही अपने जीवन का मूल ध्येय बना रखा हैं। इनके नवाचारों का दायरा विद्यालय तक ही सीमित न रहकर विभाग द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले प्रशिक्षणों में प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं निरंतर रूप से प्रदान कर रहे हैं।
अपने नवाचारों के कारण ही दो वर्ष से लगातार शिक्षकों की रंगोत्सव प्रतियोगिता में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया हैं। ऐसे ही शिक्षक समाज के लिए अपनी कार्य शैली में परिवर्तन कर बच्चों के लिए प्रेरणास्रोत बनते हैं। इसी कारण से इन्हें राज्य व राष्ट्रीय स्तर की विभिन्न संस्थाओ ने पूर्व में भी सम्मानित किया है।