शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय पीजी महाविद्यालय सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों तथा इको क्लब के संयुक्त तत्वाधान में जल संरक्षण पर विचार संगोष्ठी का आयोजन हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉ. गोपाल सिंह ने कहा कि जल एक अनमोल संपत्ति है जो पृथ्वी पर सभी जीवित प्राणियों और पौधों के अस्तित्व के लिए बहुत मूल्यवान है।
इसलिए जल का उचित प्रयोग करना चाहिए ताकि वह दूसरों के लिए भी उपलब्ध हो सके। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता प्रोफेसर शैतान मल जाट ने जल संरक्षण के विभिन्न पहलुओं से विद्यार्थियों को अवगत कराया जिसमें जल की गुणवत्ता एवं उसकी मात्रा पर भी ध्यान देने की बात कही साथ ही सागर के जल संरक्षण के बारे में समझाया।
राजस्थान में जल संरक्षण के पारंपरिक तरीके खडीन ,पोखर ,नाड़ी, बोरा ,बावड़ी ,झालरा, टांका तथा आधुनिक संरक्षण के रूप जिसमें बूंद -बूंद सिंचाई, अंडरग्राउंड जल संरक्षण, पॉलिकल्चर, फार्म फाउंड आदि पर विस्तृत जानकारी दी। इस अवसर पर एनएसएस के स्वयंसेवक किरण साहू, शिरीन शाकिर ,अभिनव सेन आदि ने अपने विचार प्रकट किए।
कार्यक्रम में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डॉ. प्रियंका सैनी, प्रोफेसर शकील अहमद, प्रोफेसर परीक्षित हाडा तथा कॉलेज के संकाय सदस्य डॉ. रोमिला कर्णावत, डॉ. मल्लूराम मीणा, डॉ. विनायक लोदवाल, डॉ. शाहिद जैदी, प्रो. प्रशांत राव, प्रो. सुमन रानी, प्रोफेसर अंजु शर्मा, प्रोफेसर मनीषा शर्मा, प्रोफेसर मोनीषा मीणा आदि मौजूद रहे।