शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय महाविद्यालय सवाई माधोपुर में राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के संयुक्त तत्वावधान में राष्ट्रीय एकता पखवाड़े के अंतर्गत महिला सशक्तिकरण पर संगोष्ठी का आयोजन प्राचार्य डॉ. गोपाल सिंह की अध्यक्षता में किया गया। संगोष्ठी की मुख्य वक्ता अंजु शर्मा ने स्वयंसेवकों को बताया कि “सशक्त महिला एवं सशक्त समाज” दोनों ही देश के विकास में एक-दूसरे के पूरक हैं। देश की महिलाओं का सशक्त होना आज की महती आवश्यकता है।
महिला सशक्तिकरण अर्थात महिलाओं की आध्यात्मिक, राजनीतिक, सामाजिक या आर्थिक शक्ति में वृद्धि करना है। महिलाओं का आर्थिक रूप से सशक्त होना उनके पूरे भविष्य को तय करता है यदि हम अपने निर्णय स्वयं ले सकते हैं तो सही मायने में हम पूरी तरह से आजाद है। एनएसएस प्रभारी डॉ. प्रियंका सैनी ने महिलाओं की आर्थिक व सामाजिक स्थिति पर प्रकाश डालते हुए महिलाओं से जुड़ी योजनाओं के बारे में जानकारी दी। वहीं मनीषा शर्मा ने बताया कि सशक्त होने का आशय केवल घर से बाहर निकलकर नौकरी करना नहीं है अपितु सशक्त होने का आशय उसमें निर्णय ले सकने की क्षमता का विकास करना भी है।