सिलिकोसिस नीति के क्रियांवयन एवं पीड़ितों की जांच की व्यवस्था के साथ ही मिलने वाली पुनर्वास सहयोग और अन्य सहायता राशि समय पर दिलाए जाने के सबंध में कियांवयन कमेटी की बैठक कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आज गुरूवार को कलेक्टर कक्ष में हुई। बैठक में कलेक्टर ने कहा कि सिलिकोसिस मरीजों की पहचान करने, उनके प्रमाणीकरण व उपचार करने के साथ ही ऐसे उद्योगों और खदानों आदि की पहचान करे, जिससे यह बीमारी फैलती है। लोगों को मूर्तियां बनाने, पत्थर खनन आदि के कार्य करने के से पूर्व बचाव एवं रखी जानी वाली सावधानियों के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। बैठक में जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि जिले में अब तक 131 सिलिकोसिस रोगियों का प्रमाणीकरण हुआ है। इनमें से 103 रोगियों को सहयोग राशि का भुगतान किया जा चुका है। कलेक्टर ने शेष रहे प्रमाणीकरण के संबंध में खनन अभियंता तथा सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग के अधिकारी को समन्वय के साथ मिलान कर निस्तारण के निर्देश दिए। इसी प्रकार सिलिकोसिस रोगियों की सिटीस्केन के लिए सोमवार को सामान्य चिकित्सालय में सुबह आठ बजे से दोपहर 2 बजे तक बोर्ड की उपस्थिति रखने के साथ ही बुधवार तक रिपोर्ट प्राप्त कर अगले दिन ऑनलाइन करने एवं माइन्स विभाग द्वारा प्रत्येक शुक्रवार तक अपनी कार्यवाही पूरी करने के निर्देश दिए।
बैठक में पूर्व में हुई सीटी-स्केन की रिपोर्ट की ऑडिट करवाने के निर्देश भी दिए गए। बैठक में सिलिकोसिस पीड़ितों को पुनर्वास सहायता राशि, मृत्यु पर सहायता राशि, प्रतिमाह पैंशन और आस्था कार्ड परिवार के लाभ सहित दिए जाने वाले अन्य लाभों के संबंध में प्रगति समीक्षा कर निर्देश दिए गए। इसी प्रकार जिले के ऐसे गांव जहां सिलिकोसिस के पीड़ित मिले है, वहां जागरूकता के लिए कार्यक्रम करने के निदेश दिए गए। बैठक मेें एडीएम डॉ .सूरज सिंह नेगी, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना, सहायक निदेशक सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता सुनील गर्ग, सहायक श्रम आयुक्त शिवचरण मीना और जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अमित गोयल सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।