प्रदेशवासियों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ तथा औषधि उपलब्ध हो इसके लिए व्यापक स्तर पर शुद्ध के लिए युद्ध अभियान आज शुक्रवार से प्रारम्भ करने का निर्णय आयुक्तालय खाद्य सुरक्षा एवं औषधीय नियंत्रण राजस्थान द्वारा लिया गया है। इस संबंध में इस अभियान के अन्तर्गत खाद्य सामग्री में मिलावट करने वाले विक्रेताओं पर कार्यवाही सुनिश्चित करने के संबंध में जिला कलेक्टर सुरेश कुमार ओला ने अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया गया।
जिला कलेक्टर ने कहा कि जिलेवासियों को शुद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण खाद्य पदार्थ तथा औषधि उपलब्ध कराना हमारा नैतिक कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि मिलावट की सम्भावना वाले खाद्य पदार्थ विक्रय केन्द्र को चिन्हित करते हुए उनके विरूद्ध नियमानुसार जांच एवं सैम्पलिंग की जाए। पूर्ण सेफ्टी एवं स्टैर्ण्ड एप 2006 एवं नियम 2011 के प्रावधानों के अनुसार मिलावटी माल को मौके पर नष्ट करने की कार्यवाही की जाए।
मिलावट खोरों को पकड़ने के लिए अभियान के दौरान डिकॉय ऑपरेशन भी कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि नशीली दवाओं के अवैध क्रय-विक्रय को रोकने के लिए चिन्हित मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण किया जाए। नकली व अवमानक औषधीयों के संबंध में चिन्हित मेडिकल स्टोर्स का निरीक्षण करने के साथ-साथ औषधियों के नमूने भी लिए जाए। नशीली एवं नकली औषधियों का अवैध व्यापार पाये जाने पर औषधीय अनुज्ञापत्रों के निरस्तीकरण की कार्यवाही सुनिश्चित की जाए।
एनडीपीएस वितरण में मेडिकल स्टोर की लिप्तता पाये जाने पर औषधी नियंत्रण अधिकारियों की टीम द्वारा सैम्पल लिए जाकर सख्त कार्यवाही की जाए। वहीं रसद विभाग द्वारा विधिक माप, विज्ञापन अधिकारी द्वारा वजन तोलने की मशीन, पेट्रोल व डीजल पम्प आदि के संबंध में मिलावट पाये जाने पर जांच कर यथोचित कार्यवाही सुनिश्चित की जाए। जिला कलेक्टर ने मैरिज गार्डनों, होटलों आदि को खाद्य सामग्री बनाने में उपयोग में आने वाले खाद्य तेल की गुणवत्ता की जांच भी करने के निर्देश संबंधित अधिकारी को प्रदान किए।
उन्होंने कहा कि मिलावट खोर तथा विधिक प्रावधानों का उल्लंघन करने वाले व्यवसायों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाएगी। शुद्ध के लिए युद्ध अभियान के अन्तर्गत औषधीय नियंत्रण विभाग सवाई माधोपुर द्वारा बजरिया एवं बहरावण्ड़ा खुर्द क्षेत्र में स्थित 4 दवा विक्रेताओं का नशे हेतु उपयोग में आने वाली औषधियों से संबंधित औचक निरीक्षण किये गए। जिनमें दो दवा विक्रेताओ के यहां काफी अनियमितताएं मिली जिस क्रम में संबंधित फर्म को कारण बताओं नोटिस जारी कर लाईसेन्स के निलम्बन की कार्यवाही की गई।