Saturday , 30 November 2024

Tag Archives: National Chambal Sanctuary Palighat

रणथंभौर में पर्यटन सत्र थमने के साथ ही पालीघाट में बोटिंग भी हुई बंद

With the tourist season coming to an end in Ranthambore, boating also stopped in Palighat.

रणथंभौर में पर्यटन सत्र थमने के साथ ही पालीघाट में बोटिंग भी हुई बंद         रणथंभौर में पर्यटन सत्र थमने के साथ ही राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य पालिघाट में बोटिंग भी हुई बंद, वन विभाग ने सुरक्षा की दृष्टि से निर्णय लेकर अस्थाई रूप से चंबल नदी में …

Read More »

वन्यजीव प्रेमियों के लिए खुशखबरी, चंबल घड़ियाल अभ्यारण में निरंतर बढ़ रहा घड़ियाल का कुनबा

Good news for wildlife lovers, the population of crocodiles is continuously increasing in Chambal Crocodile Sanctuary Ranthambore

नई दुनिया में कदम रख रहे नन्हे घड़ियाल सवाई माधोपुर:- रणथंभौर टाईगर रिजर्व की रेंज पालीघाट के अन्तर्गत चम्बल नदी में 27 मई, 2024 को दुर्लभतम घड़ियाल की नेचुरल हेचिंग होना प्रारंभ हो गया हैं। मुख्य वन संरक्षक वन्यजीव एवं क्षेत्र निदेशक, रणथंभौर बाघ परियोजना सवाई माधोपुर, जिला कलक्टर डॉ. …

Read More »

रणथंभौर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में हुई वृद्धि

Increase in the area of ​​Ranthambore Tiger Reserve

रणथंभौर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में हुई वृद्धि     रणथंभौर टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में हुई वृद्धि, रणथंभौर का 10 फीसदी बढ़ा क्षेत्र, पालीघाट नेशनल चंबल सेंचुरी का हिस्सा जोड़ा रणथंभौर में, वन विभाग ने जारी की अधिसूचना।

Read More »

विद्यार्थियों ने किया घड़ियाल अभ्यारण्य का भ्रमण

Students visited Gharial Sanctuary

जिला मुख्यालय पर खेरदा स्थित रॉयल अल्फा सेकेंडरी स्कूल के विद्यार्थियों को राष्ट्रीय चंबल घड़ियाल अभ्यारण रेंज पाली घाट में शैक्षणिक एवं भौगोलिक भ्रमण करवाया गया।     संस्था के निर्देशक थॉमस के. कुट्टी द्वारा बच्चों को पर्यावरण तथा पेड़ बचाओ, पानी बचाओ का संदेश दिया गया। बच्चों ने पेड़ …

Read More »

रणथंभौर नेशनल पार्क के अतिरिक्त राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य पालीघाट भी बन रहा पर्यटकों का आकर्षण केन्द्र

Home of Gharials National Chambal Sanctuary Palighat in khandar

घड़ियालों का घर राष्ट्रीय चंबल अभ्यारण्य पालीघाट   राष्ट्रीय चम्बल अभयारण्य (National Chambal Sanctuary) भारत का एक संरक्षित क्षेत्र है, जो गंभीर रूप से विलुप्तप्राय घड़ियाल, लालमुकुट कछुआ, विलुप्तप्राय गंगा सूंस, स्मूथ कोटेड ओटर और बहुत से पक्षी समूहों की रक्षा के लिए बनाया गया है। यह चम्बल नदी पर …

Read More »
error: Content is protected !! Contact Vikalp Times Team !