राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत आज मंगलवार को डिलिवरी पॉइंट के स्टाफ को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना की अध्यक्षता में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण डॉ. सुनील शर्मा शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा दिया गया।
प्रशिक्षण में उन्होंने सभी प्रशिक्षणार्थियों को बच्चों में होने वाली जन्मजात बीमारियों की पहचान करने के बारे में विस्तृत प्रशिक्षण दिया। उन्होंने बताया कि जन्म के समय बच्चों को कई प्रकार की बीमारियां होती हैं जिन्हें यदि जन्म के समय ही चिन्हित कर लिया जाए तो बच्चों का तुरंत उपचार शुरू हो सकता है और जल्द ही उन्हें बीमारी से निजाद मिल सकती है।
प्रशिक्षण में आरबीएसके एडीएनओ डॉ. जीशान खान व समस्त डिलिवरी पॉइंट का स्टाफ मौजूद रहे। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के अंतर्गत 0 से 19 साल के बच्चों में 4डी यानि डिफेक्ट, डेफिशिएंसी, डिसऑर्डर, डिसएबिलिटी संबंधी बीमारियों को चिन्हित कर इलाज किया जाता है।
बच्चोें को डिलिवरी पॉइंट पर जन्म के समय, आंगनवाडी व सरकारी स्कूलों में स्क्रीनिंग कर चिन्हित किया जाता है। आरबीएसके मोबाइल टीमों द्वारा बच्चों को चिन्हित कर इलाज के लिए भेजा जाता है। बच्चों का इलाज पूर्णतया निःशुल्क किया जाता है।