जल चेतना जागरूकता रथ को जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह एवं पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कलेक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
राष्ट्रीय ग्रामीण पेयजल कार्यक्रम अंतर्गत जन समुदाय में जल चेतना के लिए आधारभूत स्तर पर जल जागरूकता कार्यक्रम के तहत लोगों को जल संरक्षण के लिए चेतना रथ गांवों में जाकर जागरूक करेगा। जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह ने चेतना रथ को रवाना करने से पूर्व बताया कि राजस्थान की 295 पंचायत समितियों में से 2000 पंचायत समितियों में जल अति दोहित घोषित किया जा चुका हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इसी गंभीर जल संकट को ध्यान में रखते हुए जन समुदाय को जल बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा हैं। प्रत्येक व्यक्ति रोजाना दस लीटर जल बचाए तो ग्रामीण स्तर पर शुद्ध एवं सुरक्षित पेयजल मिल सकता है।
उन्होंने बताया कि चेतना रथ प्रत्येक पंचायत एवं गांवों में जाकर लोगों को जल प्रबंधन के बारे में जागरूक करेगा। साथ ही जल जनित बीमारियों एजल संचयन, वर्ष जल संरक्षण, जल क समुचित एवं विवेकपूर्ण उपयोग के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। उन्होंने उपस्थित लोगों एवं मीडिया के माध्यम से लोगों से आग्रह किया कि पानी की बूंद बूंद का उपयोग किया जाए तथा व्यर्थ पानी नहीं बहाया जाए। इस मौके पर पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, एडीएम महेन्द्र लोढा, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियंता, सहायक अभियंता विशु शर्मा, जी.पी. गुप्ता सहित अन्य अधिकारी एवं लोग उपस्थित थे।