जानकारी भय और भ्रम को मिटाती है। सरकारी कार्यालयों में जाकर अधिकार भाव से अपने शासन के कार्यों को जांचना और कमियों को दूर करवाना ही है असली लोकतंत्र। जिस दिन जनता अपने कार्यालय में जाकर किसी भी सरकारी अधिकारी से पूछेगे की बजट की फाइल कहाँ है, प्रगति रिपोर्ट कहा है, तो उनको असली लोकतंत्र का स्वाद समझ आएगा।
ये शब्द थे असली लोकतंत्र असली विकास पुस्तक के लेखक और अभिनव राजस्थान अभियान के सारथी डॉ. अशोक चौधरी के जो मंगलम होटल में आयोजित अभिनव हथाई में बोल रहे थे।
उन्होंने लोगो को सूचना के अधिकार से सरकारी कार्यालयों के निरीक्षण करने के लिए प्रेरित किया ताकि अपने शासन की अनुभूति हो सके। उन्होंने पुलिस जवाबदेही समिति के बारे में विस्तार से समझाया। उन्होंने असली लोकतंत्र असली असली विकास की व्याख्या करते हुए कहा कि विकास विज्ञापनों समाचार पत्रों, होर्डिंग में नहीं बल्कि आपके शहर की सड़कों, शिक्षा, चिकित्सा में दिखाई देना चाहिए। डॉक्टर अशोक ने कहा कि चुप रहने से केवल चुनाव होगा, विकास नहीं। भीड़ से केवल भ्रम पैदा होता है, परिवर्तन तो जागरूकता से आता है। उन्होंने IPC की धारा 151 और 109 को भी समझाया। वहीं डॉक्टर अशोक ने कहा कि जब संविधान में लिखा है कि शासन जनता का है तो हम अपने शासन को संभालते क्यों नही। हमें नियमों के प्रति जागरूक होकर शासन के प्रत्येक कार्य को जांचना होगा।
उन्होंने लोगो से कहा की आरटीआई का उपयोग करके जानकारी को बढ़ाए ताकि आप के अंदर का भय और भ्रम समाप्त हो। राज की नीति समाप्त हो और लोकनीति स्थापित हो। उन्होंने अभिनव राजस्थान अभियान के सदस्यों के सफल अनुभवो को साझा किया और अभियान के उद्देश्य को समझाया। अभिनव हथाई में पंकज गुप्ता मंगलम, बेअन्त सिंह चौधरी, आशुतोष आर्य, सीए गजानंद गुप्ता, रमन चौधरी, अरविन्द खंडेलवाल, धर्मेंद्र मित्तल, ओमप्रकाश धर्मकांटा, लक्ष्मी कांत,अजय सिन्हा, शम्भू शर्मा ,अहमद खान, डॉ. रिद्धि चंद, अजीम गद्दी, विश्व बंधू, अशोक कुमार, अनिल मित्तल, मनीष शर्मा, गोवर्धन लाल गर्ग, दिलीप पेंगोरिया, कृष्ण वाल्मीकि, ईश्वर वाल्मीकि, कपिल मित्तल, सतीश चंद, अशोक कुमार, संजय चौधरी, प्रदीप सोनी, आकाश सोनी, सदभाव आर्य, अभिषेक शर्मा सहित अन्य कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।