स्थानीय महाविद्यालय में सात दिवसीय विशेष शिविर के पांचवे दिन आज बौद्धिक सत्र के अंतर्गत योग विषयक संगोष्ठी आयोजित की गई।
मुख्य वक्ता पतंजली की तहसील प्रभारी आशा शर्मा ने दैनिक जीवन में योग का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि योगाभ्यास से ना केवल शारीरिक बल्कि मानसिक व्याधियों को भी दूर किया जा सकता है।
इस अवसर योग प्रचारक श्याम बिहारी शर्मा ने छात्राओं को प्राणायाम एवं आसन जैसी विभिन्न योगिक क्रियाओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
कार्यक्रम अधिकारी डॉ. विजय सिंह मावई ने कहा कि पतंजली को योग के पिता के रूप में माना जाता है। योग विज्ञान में जीवन शैली का पूर्णसार आत्मसात किया गया है।
डॉ. राजेश शर्मा ने कहा कि योग भारतीय ज्ञान की पांच हजार वर्ष पुरानी शैली हैं। उन्होंने कहा है कि योग चित्तवृत्ति निरोध है।
इस अवसर पर कार्यक्रम अधिकारी राजेश मीना, अश्वनी शर्मा, राजेंद्र शर्मा और अंबरीश प्रजापति मौजूद रहे।