इन्टर मिनिस्ट्रीयल सेन्ट्रल टीम ने जिले की बौंली, मलारना डूंगर, बामनवास तथा सवाई माधोपुर तहसील के जस्टाना, पीपल्दा, मलारना चौड़, तारनपुर, बाटोदा, अजनोटी गांवों का दौरा कर जिले में अकाल की स्थिति का जायजा लिया। जिसमें उन्होंने उक्त गांवों के अटल सेवा केन्द्रों पर किसानों से बातचीत कर सूखे की स्थिति को किसानों से सुना।
यह टीम निरीक्षण के दौरान अपने अवलोकन तथा किसानों से हुई बातचीत के आकलन के आधार पर अपनी रिपोर्ट तैयार कर जिले के किसानों को राहत दिलाने की कार्यवाही करेगी।
जिला कलेक्टर के.सी. वर्मा तथा संबंधित अधिकारी भी अकाल प्रभावित गांवों के निरीक्षण के दौरान इन्टर मिनिस्ट्रीयल सेन्ट्रल टीम के साथ रहे। टीम को क्षेत्र के किसानों ने बताया कि उड़द, मूंग, तिल, गेहूं, बाजरे की फसल पानी के अभाव में नष्ट हो गई है। किसानों ने चिन्ता जताई कि इस बार खाने को भी अनाज नहीं हो पाएगा। पशुओं के लिए चारे तथा पानी का गम्भीर संकट खड़ा हो रहा है। पेयजल स्त्रोत् सूख गए हैं। पशुपालन करना किसानों के लिए दुभर हो रहा है। इंसानों के लिए भी पेयजल उपलब्ध होने में कठिनाई आ रही है।
बौंली तहसील के जस्टाना ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्र, बौंली तहसील की ही पीपल्दा ग्राम पंचायत के अटल सेवा केन्द्र, मलारना डूंगर तहसील की ग्राम पंचायत मलारना चौड़ के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, मलारना डूंगर तहसील की ही ग्राम पंचायत तारनपुर के अटल सेवा केन्द्र, बामनवास तहसील की ग्राम पंचायत बाटोदा के अटल सेवा केन्द्र, बाटोदा अटल सेवा केन्द्र, पर एवं अन्य ग्राम पंचायतों के किसानों ने भी टीम के सामने अपनी समस्याएं रखी। किसानों ने बताया कि इस क्षेत्र में उड़द की फसल तो पूरी तरह से नष्ट हो गई। शुरूआत में फसल के पौधे अच्छे उगे थे लेकिन बरसात न होने के कारण फसल चौपट हो गई। यहां पर पशुओं के चारे, पानी तथा पेयजल की समस्या तथा पशुओं में निमोनिया जैसे रोगों के होने से टीम को अवगत कराया।
इसी प्रकार सवाई माधोपुर तहसील की ग्राम पंचायत अजनोटी के अटल सेवा केन्द्र पर किसानों ने बताया कि बरसात न होने के कारण जल स्त्रोत् सूख गए हैं, फसल खराब हो गई है तथा पेयजल की समस्या से किसान और ग्रामीण परेशान है।