अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति का 18वां राष्ट्रीय अधिवेशन
देश की ख्यातिनाम प्रतिष्ठित संस्था अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति का तीन दिवसीय अठारहवां राष्ट्रीय अधिवेशन आगामी 19, 20 एवं 21 जून को कर्नाटक के ऐतिहासिक नगर मैसूर में आयोजित होगा। संस्था के वैश्विक अध्यक्ष प्रज्ञान पुरुष पंडित सुरेश नीरव ने बताया कि इस अधिवेशन में राजस्थान के सवाई माधोपुर से सुप्रसिद्ध शिक्षाविद्, समाज सेवी एवं साहित्यकार डॉ. मधु मुकुल चतुर्वेदी तथा विदुषी साहित्य सेवी डॉ. इंद्रा चतुर्वेदी भाग लेंगे।
इसके अलावा मुंबई महाराष्ट्र से प्रतिष्ठित संगीतकार युगल शिव राजोरिया और डॉ. ज्योत्सना राजोरिया, दिल्ली से लब्ध प्रतिष्ठ साहित्यकार डॉ. सविता चढ्ढा, लोकप्रिय कवयित्री उमंग सरीन, कर्नाटक के बेंगलुरु से लब्ध प्रतिष्ठित गीतकार ज्ञान चंद मर्मज्ञ, दर्शन बेजार, शरद ज्ञानचंद, सुधा अहलूवालिया, डॉ. कविता सिंह प्रभा, कविवर राही राज, मैसूर से प्रतिष्ठित गीतकार श्रीलाल जोशी, तेलंगाना हैदराबाद से लोकप्रिय कवि प्रदीप भट्ट, वडोदरा गुजरात से कवियत्री डॉ. राखी सिंह कटियार, देहरादून से कवि सुभाष सैनी, गायिका सुमन सैनी, गुरुग्राम से कवि राजेंद्र राज निगम, कवियत्री इन्दु राज निगम तथा प्रतिष्ठित साहित्यकार वीणा अग्रवाल, नोएडा से पंडित सुरेश नीरव, कवयित्री मधु मिश्रा, कवि विजय प्रशांत, प्रतापगढ़ से कवि एल. बी. तिवारी अक्स, कानपुर से डॉ. रश्मि कुलश्रेष्ठ और अजय कुलश्रेष्ठ, गाजियाबाद से प्रतिष्ठित कवयित्री और समाज सेविका डॉ. वीणा मित्तल, इंदौर से कवि दिनेश दवे, छतरपुर से कवयित्री ममता सिंह और अरवेंद्र गहरवार सहित अन्य अनेक प्रतिष्ठित सृजनकर्मी इस अधिवेशन में सम्मिलित हो रहे हैं।
पृथ्वी संरक्षण और विश्व बंधुत्व को समर्पित इस अधिवेशन के प्रथम सत्र में आलेख वाचन, पुस्तक प्रदर्शनी, संस्था की बहुराष्ट्रीय पत्रिका प्रज्ञान विश्वम तथा कुछ और पुस्तकों का लोकार्पण तथा संस्था के प्रतिष्ठित अलंकरण से रचनाकारों को सम्मानित किया जाएगा। द्वितीय सत्र में अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। अधिवेशन के तीसरे दिन शैक्षिक पर्यटन के साथ अधिवेशन संपन्न घोषित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि सम्पूर्ण आयोजन का सीधा प्रसारण भी किया जाएगा।
अखिल भारतीय सर्वभाषा संस्कृति समन्वय समिति (पंजीकृत) साहित्य, कला, संस्कृति और देश की समस्त भाषाओं के उन्नयन को समर्पित अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिष्ठित एक गैर सरकारी तथा देश की एक अग्रणी संस्था है जो अभी तक दिल्ली, मुंबई, पणजी, गुवाहाटी, नगर, जम्मू-कश्मीर, शिमला, बैंगलुरु, पोर्टब्लेयर, शिरडी, गांधीनगर, बद्रीनाथ, ग्वालियर, मुरैना, हिसार, विशाखापट्टनम, गाजियाबाद और मसूरी सहित देश के विभिन्न सत्रह राज्यों में अपने राष्ट्रीय अधिवेशनों के अलावा देहरादून, इंदौर, नागदा और उज्जैन में भी विशेष साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है।