मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के दतिया में एक पुराने किले की दीवार ढहने से नौ लोग दब गए थे, जिसमें से सात लोगों की मौ*त हो गई है। वहीं दो लोगों को बचा लिया गया है। यह दीवार के राजगढ़ किले की है जो की 400 साल पुरानी है। मृ*तकों में एक ही परिवार के 5 सदस्य शामिल हैं। बाकी दो लोग परिवार के मुखिया की बहन और बहनोई हैं।
दतिया के जिलाधिकारी संदीप माकिन ने इस मामले की पूरी जानकारी दी है। जिलाधिकारी ने बताया है कि गुरुवार यानी आज सुबह लगभग चार बजे यहां पिछले 36 घंटे से हो रही बरसात के कारण किले की दीवार ढह गई, जिसके नीचे एक ही परिवार के नौ सदस्य दब गए थे। उन्होंने बताया है कि स्थानीय लोगों ने दो सदस्यों को तुरंत मलबे से बाहर निकाल लिया था। उनको अस्पताल पहुंचाया गया और ये दो लोग अभी सुरक्षित हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि घटनास्थल तक पहुंच पाने के लिए रास्ता चौड़ा न होने के कारण जेसीबी और पोकलैंड मशीनें वहां नहीं पहुंच पाई थींं। उन्होंने बताया है कि दोपहर तक सात श*वों को बाहर निकाल लिया गया था। वहीं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस घटना पर शोक व्यक्त किया है। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा है कि, “दतिया में राजगढ़ किले की पुरानी दीवार ढहने से कई अनमोल जिंदगियों की मृ*त्यु का समाचार अत्यंत ही पीड़ादायी है। दुःख की इस घड़ी में हम सभी शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।”
दतिया में राजगढ़ किले की पुरानी दीवार ढहने से कई अनमोल जिंदगियों की मृत्यु का समाचार अत्यंत ही पीड़ादायी है। दुःख की इस घड़ी में हम सभी शोकाकुल परिवारों के साथ हैं।
घटना की सूचना मिलते ही SDERF तथा जिला प्रशासन की टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था, लेकिन…
— Dr Mohan Yadav (@DrMohanYadav51) September 12, 2024
उन्होंने लिखा है कि, “घटना की सूचना मिलते ही एसडीआरएफ तथा जिला प्रशासन की टीम द्वारा तत्काल रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया गया था, लेकिन संकरा रास्ता होने की वजह से अथक प्रयासों के बावजूद भी इन अनमोल जिंदगियों को बचाया नहीं जा सका। उन्होंने लिखा है कि मृतकों के परिवारजनों को ₹4-4 लाख की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश दिए हैं। परमपिता परमात्मा से दिवंगतों की पुण्यात्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने व शोकाकुल परिजनों को यह वज्रपात सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं।”