नई दिल्ली: जातिगत जनगणना को लेकर राजनीतिक रणनीतिकार जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने बयान दिया है। उन्होंने कहा कि किसी भी गणना और सर्वे जिससे समाज के बारे में बेहतर जानकारी हो, उसमें कोई दिक्कत नहीं है लेकिन बिहार की जातीय जनगणना से हम लोगों ने देखा कि सिर्फ गणना हो जाने मात्र से देश में सुधार नहीं होगा।
गणना के आधार पर जो फाइंडिंग निकलकर आए, सरकार उस पर काम करेगी तब सुधार होगा। बिहार में जब जनणगना हुई तो बताया गया कि 94 लाख परिवार गरीब हैं। उन्हें दो लाख रुपए दिया जाएगा लेकिन आज तक उन्हें एक रुपया तक नहीं दिया गया तो ऐसी गणना का क्या फायदा। किताब खरीदने से आप विद्वान नहीं होंगे। किताब पढ़कर समझनी होगी।