कोटा: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) कोटा की टीम ने बारां में सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता अजय सिंह को 5 लाख की रि*श्वत लेते हुए रंगे हाथों गिर*फ्तार किया था। इस पर आज उनके कोटा के बजरंग नगर इलाके में घर की भी तलाशी की गई। रि*श्वतखोर अधिशासी अभियंता अजय सिंह के आवास पर एसीबी की टीम को करोड़ो की सम्पत्ति के दस्तावेज और नगद राशि मिली है। एसीबी कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने जानकारी देते हुए बताया कि अधिशासी अभियंता अजय सिंह को कल सोमवार को 5 लाख की रिश्वत लेते गिर*फ्तार किया गया था।
आज बोरखेड़ा पुलिस लाइन स्थित त्रिवेणी आवास पर तलाशी अभियान चलाया गया था। तलाशी में लगभग 40 लाख की एफडी, 2 भूखंडों के दस्तावेज मिले है। इसके साथ ही 12 से अधिक बैंक के लॉकर ओर दो फोर व्हीलर, एक टू व्हीलर 2 लाख केश मिले हैं। इनको कोर्ट के आदेश के बाद खोला जाएगा।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि आरोपी को बारां एसीबी कोर्ट में शाम को पेश किया जाएगा। एसीबी की टीम आरोपी से लगातार पूछताछ कर रही है। घर की तलाशी की पूरी जानकारी जांच के बाद दी जाएगी। एक्सईएन अजय सिंह अक्टूबर महीने में सेवानिवृत होने वाले थे। सेवानिवृत्ति को 6 महीने ही बचे हुए थे, उसके पहले ही एसीबी ने ट्रैप कर लिया है।
यह था पूरा मामला:
एसीबी टीम ने सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) बारां के अधिशाशी अभियंता (XEN) अजय सिंह को कल 5 लाख की रि*श्वत लेते पकड़ा था। आरोपी एक्सईएन ठेकेदार से बिल पास करने की एवज में 20 लाख की रि*श्वत मांग कर परेशान कर रहा था। एडिशनल एसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि परिवादी ने एसीबी चौकी में शिकायत दी थी। जिसमें बताया कि उसने सड़क चौड़ाईकरण व पुलिया निर्माण के कार्य किए थे। जिनका दो ढाई साल से 7 करोड़ के करीब भुगतान बकाया था।
पेंडिंग बिलों को पास करने की एवज में आरोपी एक्सईएन अजय सिंह 20 लाख रुपए की डिमांड कर परेशान कर रहा है। शिकायत सत्यापन में रि*श्वत मांगने की पुष्टि हुई। इसके बाद ट्रैप की कार्रवाई को अंजाम दिया गया। आरोपी ने बारां सर्किट हाउस में रूम में बैठकर 5 लाख की रि*श्वत ली। इशारा मिलते ही एसीबी की टीम ने एक्सईएन अजय सिंह को पकड़ लिया।