नई दिल्ली: दिल्ली में बीजेपी सरकार की ‘महिला समृद्धि योजना’ पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित ने सवाल उठाया है। समाचार एजेंसी एएनआई से उन्होंने कहा कि हमको पता था कि इस योजना को लागू करना मुश्किल है। संदीप दीक्षित ने कहा कि हमने जो अनुमान लगाया था, उसके अनुसार यदि दिल्ली में 18 वर्ष से ऊपर की सभी महिलाओं को यह सम्मान राशि दी जाएगी तो खर्च 20-22 हजार करोड़ रुपये आता है। लेकिन, बीजेपी ने इसके लिए करीब 5 हजार करोड़ रुपए रखे हैं।
इसका मतलब है कि एक चौथाई महिलाओं को ही यह सम्मान राशि देने वाले हैं। अब यह एक चौथाई लोग कौन हैं? यह गणना कहां से आई है? यह बात अभी स्पष्ट नहीं हुई है। जब कमेटी ने मापदंड तय नहीं किए, तो बजट कैसे निर्धारित हो गया। हमको तो पहले से मालूम था कि भले ही कांग्रेस ने इस बात का वादा किया हो या भले किसी और ने लागू करने के लिए यह मुश्किल योजना है, यदि पूरे वादे के साथ लागू की जाए तो, क्योंकि वादा था हर महिला को देने का।
इसमें यह नहीं कहा गया था कि इनको देंगे और इनको नहीं। इसलिए, देखते हैं कि कमेटी इस मामले में क्या रिपोर्ट देती है? कितनों को इसका लाभ देती है और कितनों को नहीं? इसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे। इससे पहले, आम आदमी पार्टी की विधायक और दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने एक्स पर लिखा था कि दिल्ली चुनाव में मोदी जी ने वादा किया था- महिला दिवस पर दिल्ली की हर महिला के खाते में 2500 रुपये आएंगे। कहा था- ये ‘मोदी की गारंटी है।
आज 8 मार्च है। न खाते में पैसे आए, न रजिस्ट्रेशन शुरू हुआ, सिर्फ 4 सदस्यीय कमिटी मिली। क्या यही थी मोदी जी की गारंटी? इस पर, दिल्ली बीजेपी के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने पलटवार किया. उन्होंने कहा कि आतिशी मार्लेना मैं आपसे सिर्फ एक निवेदन करता हूं। 37 महीने हो गए, पंजाब की महिलाएं आपको ढूंढ रही हैं। कृपया करके उन पर ध्यान दें। दिल्ली की चिंता हम कर लेंगे।