जिला कलेक्टर पी.सी. पवन की अध्यक्षता में गुरूवार को मिड-डे मील योजना अन्तर्गत “अन्नपूर्णा दूध योजना” का लाभ दिये जाने के संबंध में बैठक आयोजित की गई।
जिला कलेक्टर ने बैठक में बताया कि मुख्यमंत्री की वित्तीय वर्ष 2018-19 की बजट घोषणा के अनुसार मिड-डे मील योजना अन्तर्गत समस्त राजकीय प्राथमिक विद्यालय/उच्च प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों को सप्ताह में तीन बार दूध पोषाहार उपलब्ध करवाने के लिये 2 जुलाई 2018 से अन्नपूर्णा दूध योजनाका शुभारम्भ किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को पोष्टिक आहार देने की श्रृंखला में दूध पोषाहार दिया जाना राज्य सरकार की ओर से अच्छी पहल है। उन्होंने कहा कि जिले में अन्नपूर्णा दूध योजना का शुभारम्भ विशेष उत्सव-समारोह के रूप में किया जायेगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि जिले के शहरी क्षेत्रों के राजकीय प्राथमिक विद्यालय/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को तथा ग्रामीण क्षेत्रों के राजकीय प्राथमिक विद्यालय/उच्च प्राथमिक विद्यालयों में सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार अथवा मंगलवार गुरूवार एवं शनिवार को विद्यार्थियों को तीन दिवस गर्म ताजा दूध उपलब्ध करवाया जायेगा।
प्रत्येक विद्यालय में छात्र/छात्राओं को दूध प्रार्थना सभा के पश्चात करवाया जायेगा।
जिला कलेक्टर ने बताया कि अन्नपूर्णा दूध योजना का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाकर समाज के विभिन्न वर्ग, दानदाता एवं भामाशाहों को योजना से जोड़ा जाये। योजनान्तर्गत समाज के विभिन्न वर्गो, भामाशाहों एवं दानदाताओं द्वारा अपने परिवार में विशेष अवसरों जैसे-विशेष धार्मिक पर्व, शादी, जन्म- दिन, संतान प्राप्ति, मनोकामना पूर्ण होने, धार्मिक यात्रा करने, बच्चों को शिक्षा में सफलता, बच्चों को नौकरी मिलने, शादी की सालगिराह या अन्य किसी क्षेत्र में प्रगति होने पर स्वेच्छा से विद्यालय में दूध वितरित किया जा सकता है।
बैठक में अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक शिक्षा गोकुलेन्द्र शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. टीकाराम मीना, जिला रसद अधिकारी हरविन्दर कुमार शर्मा, जिले के बीईईओं उपस्थित रहे।