जी न्यूज के एंकर रोहित रंजन की गिरफ्तारी लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर हमला है। छत्तीसगढ़ की पुलिस द्वारा की गई इस कार्रवाई के विरोध में इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा संपूर्ण भारत वर्ष में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। सवाई माधोपुर जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा के निर्देशन में आज बुधवार को उपखण्ड मुख्यालय पर इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्ट एसोसिएशन उपखण्ड मलारना डूंगर के पदाधिकारियों ने उपखण्ड अध्यक्ष अब्दुल माहिर के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम तहसीलदार किशन मुरारी मीना को ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से पत्रकारों ने बताया कि देश में इन दिनों कानून का सहारा लेकर स्वतंत्र निर्भीक पत्रकारिता को दबाने की लगातार कोशिश की जा रही है। जी मीडिया के एंकर रोहित रंजन की गिरफ्तारी के जिस तरह प्रयास हुए इससे समस्त पत्रकार जगत में रोष है।
देश में संविधान का राज है। इसके तहत किसी भी गलती के लिए गिरफ्तारी से पहले एक तय कानूनी प्रक्रिया है। जिसका पालन किया जाना बेहद जरूरी है। पत्रकार रोहित रंजन की गिरफ्तारी के लिए उनके घर पहुंची छत्तीसगढ़ पुलिस किसी एक विचारधारा को सरंक्षण देने की नीयत से बिना विधिक प्रक्रिया का पालन किए उन्हें गिरफ्तार कर ले जाना चाहती है।
इससे पहले भी राष्ट्रीय न्यूज चैनल के एंकर अमिश देवगन और अमन चोपड़ा के खिलाफ भी इसी तरह की कार्रवाई की गई थी। ऐसे में आईएफडब्ल्यूजे संगठन मांग करता है कि राष्ट्रपति पत्रकारों के हितों के लिए इस मामले में दखल देवें। ज्ञापन में संगठन सरंक्षक चंचल जैन, महामंत्री सुरेश योगी, सचिव अकरम खान, कोषाध्यक्ष प्यारेलाल योगी व सदस्य इरशाद अहमद भी मौजूद रहे।