शहीद कैप्टन रिपुदमन सिंह राजकीय पीजी. महाविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना की चारों इकाइयों के तत्वावधान में विश्व एड्स दिवस मनाया गया। कार्यक्रम अधिकारी डाॅ. हरिचरण मीना एवं प्रेम सोनवाल ने बताया कि इस अवसर पर एड्स के विषय में फैली भ्रांतियां को दूर करने एवं एड्स की रोकथाम एवं बचाव के उपायों की जागरूकता के लिए एक संगोष्ठी एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
उन्होंने बताया कि भेदभाव इसका इलाज नहीं इसे समझना बहुत जरूरी है। एड्स असुरक्षित यौन संबंधों, संक्रमित रक्त के चढ़ाने एवं संक्रमित सुई के प्रयोग से होता है। यह मच्छर के काटने या गले मिलने से नहीं होता है। संगोष्ठी के मुख्य वक्ता जिला संयोजक राष्ट्रीय सेवा योजना डॉ. हनुमान प्रसाद मीना ने बताया कि दुनिया भर में लगभग 3.67 करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित है, जबकि भारत दुनिया के सबसे ज्यादा एचआईवी पीड़ित लोगों की सूची में तीसरे स्थान पर है। कार्यक्रम अधिकारी मीठालाल मीना ने बताया कि इस साल विश्व एड्स दिवस की थीम नो योर स्टेटस रखी गई है। इसका मकसद लोगों को अपना एचआईवी स्टेटस चेक कराने की सलाह देना है ताकि समय पर उनका संक्रमण रोका जा सके। कार्यक्रम अधिकारी विजय कुमार बंशीवाल ने बताया कि एड्सएच आईवी की अग्रिम स्टेज है। एचआईवी संक्रमण का इलाज नहीं होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता नष्ट होने लगती है और एड्स होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके बाद स्वयंसेवकों ने गोद लिए गए गांव में जाकर लोगों को एड्स की रोकथाम एवं बचाव के उपाय करने के लिए जागरूक किया ।