जिला एवं सेशन न्यायाधीश सवाई माधोपुर के निर्देश अनुसार तालुका विधिक सेवा समिति बामनवास द्वारा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बामनवास पट्टी कला में यौन उत्पीड़न से महिला एवं बालिकाओं की सुरक्षा व बचाव के संबंध में विधिक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया।
शिविर के दौरान तालुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष मनमोहन चंदेल ने बताया कि वर्तमान समय में समाज में यौन उत्पीड़न एक गंभीर समस्या बन गई है। यौन उत्पीड़न हमारे समाज के विकृत मानसिकता वाले लोगों के द्वारा किए जाने वाला ऐसा काम है जो समाज को दूषित करता है। भारत के वर्तमान परिवेश में यौन उत्पीड़न के शिकार हुए अधिकतर व्यक्तियों में जागरूकता का अभाव होने के कारण इस तरीके के मामलों की शिकायत नहीं की जाती है। जबकि सामाजिक प्रतिष्ठा के कारण भी परिवार के लोग इस तरीके के मामलों को उजागर नहीं करते। दुनिया भर में यौन उत्पीड़न के मामलों के आधार पर भारत का चौथा स्थान है।
उन्होने बताया कि कानूनी रूप से यौन उत्पीड़न में कई तरीके की गतिविधियों को शामिल किया गया है। यौन उत्पीड़न से बचाव के लिए कई तरीके की तैयारियां पहले से ही करनी होती है। जैसे आसपास के सुरक्षित स्थानों के बारे में जाने जहां की रहते हैं या नौकरी करते हैं। साथ ही आसपास की ऐसी संस्थाओं के बारे में भी पता होना चाहिए कि यौन उत्पीड़न लोगों की सहायता करती हो कुछ खास मोबाइल नंबरों की जानकारी भी होनी चाहिए जिससे कि समय पर सूचना दी जा सके। साथ ही यात्रा पर जाने से पहले किसी नजदीकी रिश्तेदार भाई बहन दोस्त को बताना चाहिए। यौन उत्पीड़न की शिकार महिलाएं राष्ट्रीय महिला आयोग से मदद ले सकती है। इसके अलावा बच्चों के यौन संरक्षण के लिए भी सरकार द्वारा कई तरह की नीतियां चलाई जा रही है। सरकारी संस्थाओं के अलावा कई निजी वगैर सरकारी संस्थाएं भी यौन उत्पीड़न के पीड़ितों की सहायता के लिए कार्य कर रही है। यह संस्थाएं ने सिर्फ लोगों को उनके उत्पीड़न के लिए दोषी व्यक्तियों को सजा दिलाने में भी सहायता करती है बल्कि कई जागरूकता कार्यक्रम भी संचालित करती है।
इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्य स्कूल स्टाफ तथा बालिकाएं एवं एडवोकेट हर्षवर्धन शर्मा, जगदीश प्रसाद शर्मा, एडवोकेट रामकिशोर त्रिवेदी, एडवोकेट विजय सिंह गुर्जर, एडवोकेट सतीश चंद शर्मा, एडवोकेट लक्ष्मीकांत शर्मा, एडवोकेट बनवारी लाल बंजारा, एडवोकेट गांव के गणमान्य नागरिक व आमजन मौजूद रहे।