बामनवास थाना पुलिस ने बामनवास पट्टी खुर्द में हुए दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए आरोपी रवि कुमार मीणा पुत्र छोटे लाल निवासी बामनवास पट्टी खुर्द को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गौरतलब है की बामनवास थाना इलाका क्षेत्र में गत 18 फरवरी की रात्रि को गिर्राज प्रसाद उर्फ लहरी और विपिन मीणा निवासी बामनवास पट्टी खुर्द की अज्ञात व्यक्तियों द्वारा हत्या कर दी गई थी। जिसमें हत्या का मामला दर्ज अज्ञात आरोपियों की सुरागरसी तथा पतारसी के सार्थक प्रयास किये। इस वारदात के खुलासे के लिए एसपी सुनील कुमार विश्नोई द्वारा घटना का विस्तृत विश्लेषण कर विभिन्न पहलुओं से अनुसंधान करने लिए बिन्दुवार कार्य योजना बनाकर दिशा- निर्देश दिए गए। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार खीचीं द्वारा थाना बामनवास पर कैम्प कर निकटतम पर्यवेक्षण एवं सुपरविजन किया गया। वृताधिकारी बामनवास तेजकुमार पाठक एवं थानाधिकारी बृजेश मीणा द्वारा कार्य योजना के अनुसार कार्य किया गया।
दोनों मृतकों के पारिवारिक संबंध, चरित्र और सम्पति विवाद अन्य विवादों को चिन्ह्ति किया गया। प्रत्येक बिन्दु की गहनता से जांच करने के लिए अलग-अलग टीमों का गठन किया गया। सीसीटीवी कैमरों को देखने के लिए, संदिग्धों की पूछताछ करने लिए और आस-पास के टोल की रिकोर्डिग को देखा गया। हाईवे पर कार्य करने वाले मजदूरों की तस्दीक व जांच का कार्य किया गया। इस क्षेत्र के रास्तों के पेट्रोल पम्प के सीसीटीवी रिकोर्डिग को देखा गया। इलाका क्षेत्र के आदतन एवं सक्रिय अपराधियों को चिन्हित कर उनकी उपस्थिति को चैक किया गया। करीब 500 लोगों से पूछताछ की गई।
अजीत मोंगा सहायक उपनिरीक्षक सायबर सेल के द्वारा किये गये तकनीकी अनुसंधान एवं मुखबिर से प्राप्त आसूचना के अनुसार इस दोहरे हत्याकांड को रवि कुमार पुत्र छोटेलाल मीना निवासी बामनवास पट्टी खुर्द सवाई माधोपुर को संदेह के आधार गिरफ्तार किया। आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम द्वारा सार्थक प्रयास किये गये। थानाधिकारी बृजेश मीणा, भरत सिंह उपनिरीक्षक की टीम द्वारा लगातार पीछा कर गंगापुर सिटी के रीको क्षेत्र से डिटेन कर पूछताछ की गई तो आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार किया। इस दोहरे हत्याकांड के खुलासे में अहम भूमिका अजीत मोगा साइबर सेल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक की रही।
घटना कारीत करने का उद्देश्य:- प्रारम्भिक पूछताछ के बाद रवि मीणा ने बताया की उसे पैसों की जरूरत होने के चलते गत 18 फरवरी को कोटा से चलकर जयपुर होते हुए शाम को अपनी उपस्थिति छुपाते हुए मृतक गिर्राज गौतम के घर बामनवास आया। रवि मीणा ने गिर्राज लहरी को पैसे उधार देने के लिए कहा। गिर्राज लहरी ने गलत इरादे से कार्य करने की कोशिश करने लगा अर्थात उसके साथ कुकर्म करने का प्रयास किया। जिससे रवि ने आवेश में आकर पास में रखे लोहे के हथौड़े को पूरी ताकत से मृतक गिर्राज के सिर पर मार दिया। जिससे मृतक गिर्राज की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं पास में सो रहे विपिन के देख लेने पर उसी हथौड़े से विपिन के सिर पर दे मारा। इसके बाद रवि ने मृतक गिर्राज के पहने हुए कपडों से पैसे और आलमारी की चाबी को निकाल कर आलमारी में रखे करीब 70000 रूपये तथा मोबाईल निकाल ले गया लाशों को रजाई से ढक दिया एवं मृतक विपिन पर साउड मशीन रख दिया एवं कमरे का ताला लगाकर मृतक गिर्राज की मोटर साईकिल को ले गया। रात्रि में गंगापुर सिटी रूककर सुबह घटना के वक्त पहने हुए कपडों को मोटर साईकिल की डिग्गी में रख कर मोटर साईकिल बस स्टेण्ड पर खड़ी कर कोटा चला गया। फिलहाल मामले में अग्रिम अनुसंधान जारी है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेश कुमार खीचीं व वृताधिकारी तेजकुमार पाठक के नेतृत्व में टीमों ने दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश करने में सफलता प्राप्त की है।
इस कार्रवाई के दौरान पुलिस टीम में बृजेश मीणा थानाधिकारी बामनवास, भरत सिंह उपनिरीक्षक, रामावतार सहायक उपनिरीक्षक, राजेश सहायक उपनिरीक्षक, मोतीसिंह सहायक उपनिरीक्षक, रामवीर हैड कांस्टेबल, राजेश खन्ना हैड कांस्टेबल, संजय कुमार हैड कांस्टेबल, हेमन्त हैड कांस्टेबल, भजनलाल कांस्टेबल, राजाराम कांस्टेबल, दिनेश कुमार शर्मा कांस्टेबल, मुकुटबिहारी कांस्टेबल, योगेश कांस्टेबल, डिप्टी वीरसिंह कांस्टेबल, विजय सिंह कांस्टेबल, लख्मीचन्द कांस्टेबल थाना, ऋषिकेश कांस्टेबल, संजीव कांस्टेबल, धर्मपाल कांस्टेबल, कैलाश कांस्टेबल, सत्यभान कांस्टेबल, महेन्द्र कांस्टेबल सायबर सेल, सुरेश सैनी कांस्टेबल सायबर सेल, राजकुमार कांस्टेबल सायबर सेल और अजीत मोगा साइबर सेल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक आदि शामिल रही।