झरेल के बालाजी पुलिया आज भूमि पूजन हो गया है। देव सेना जिला अध्यक्ष दीपक सिंह गुर्जर ने बताया की झरेल के बालाजी पर पुल बनने की मांग वर्षों से वे उठाते आ रहे हैं। इसके लिए उन्होंने कई बार सम्बन्धित विभाग को ज्ञापन देकर ध्यान केंद्रित करवाया है और कई बार न्यूज चैनलों के माध्यम से भी सरकार को अवगत करवाते रहे हैं। आज उसी का परिणाम है कि वर्षों से चली आ रही इस मांग का आज भूमि पूजन हुआ है।
उन्होंने बताया कि आज हम सब की मेहनत काम आई है और आज शुभ मुहूर्त में झरेल के बालाजी पुलिया का भूमि पूजन सम्बन्धित ठेकेदार द्वारा पूरे विधि विधान से किया गया। अब बहुत जल्द इसका कार्य पूर्ण होगा और बरसात के समय पुलिया छोटी की वजह से पानी ज्यादा आ जाने से आवागमन लगभग पांच महीने तक बंद हो जाता था, किसी को अगर बांरा, कोटा, इटावा जाना होता था तो फिर उन्हें लगभग तीस किलोमीटर का फेर खाकर भोगिका होते हुए खातौली जाना पड़ता था।
अब लगभग दो या तीन वर्ष में यह पूल बनकर तैयार हो जाएगा जिससे कि बरसात के दिनों में भी आवागमन सुचारू रूप से चालू रहेगा और तीस किलोमीटर का फेर नहीं लगेगा। पूल की लम्बाई 1850 मीटर है जो कि पूरे प्रदेश का सबसे लम्बा पूल माना जाएगा। यह पूल पचास पिंलरो पर खड़ा होगा। यह धर्मपुरी गांव के बस स्टैंड से शुरू होकर चम्बल नदी के दूसरे किनारे पर बसे गांव केथोदा की चौकी पर जाकर मिलेगा। इससे छोटा पूल चम्बल नदी पर ही कुछ दिनों पहले बना है, गेंता माखीदा पर जिसकी लम्बाई 1500 मीटर है।