भारत सरकार के केंद्र स्तरीय दल ने सवाई माधोपुर के मातृ एवं शिशु अस्पताल का दो दिवसीय “लक्ष्य” प्रमाणन हेतु मूल्यांकन किया। दल में भारत सरकार की ओर से केंद्र स्तरीय दो मूल्यांकन कर्ता विजय कुमार व डॉ. मनीषा यादव और राज्य स्तर से डॉ. तरुण चौधरी प्रोजेक्ट डायरेक्टर मातृ स्वास्थ्य व डॉ. सावित्री चौधरी दक्षता मेंटर शामिल रहे।
भारत सरकार द्वारा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के उच्च स्तरीय गुणवत्ता वाले चिकित्सा संस्थानों को लक्ष्य प्रमाणपत्र दिया जाता है। इसके अंतर्गत लेबर रूम व आपरेशन थिएटर को 3-3 लाख रुपये मोटिवेशन के रूप में दिए जाते है। जिसमे 3 लाख में से 75 प्रतिशत लेबर रूम और आपरेशन थिएटर के अपग्रेडेशन हेतु और 25 प्रतिशत लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर के स्टाफ को दिए जाते है। 3-3 लाख रुपये लेबर रूम और ऑपरेशन थिएटर को पृथक पृथक दिए जाते है ।
केंद्र स्तरीय टीम द्वारा अस्पताल की सर्विसेज, ट्रेनिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर, ह्यूमन रिसोर्स का गहन मूल्यांकन किया गया साथ ही तथ्यात्मक रिपोर्ट तैयार की गई। दल द्वारा तैयार की गई मूल्यांकन की रिपोर्ट दल द्वारा भारत सरकार को प्रस्तुत की जाएगी। पास होने पर चिकित्सालय को लक्ष्य सर्टिफिकेट दिया जाएगा। साथ ही चिकित्सालय टीम द्वारा मूल्यांकन कर्ताओं के समक्ष पावरपॉइंट प्रजेंटेशन दिया गया और चिकित्सालय के बारे में जानकारी दी गयी। दल द्वारा चिकित्सालय के मूल्यांकन के पश्चात मूल्यांकनकर्ताओं द्वारा चिकित्सालय की सुविधाओं की प्रशंसा की गई।
निरीक्षण के दौरान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. तेजराम मीना, जिला प्रजनन एवं शिशु स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. कमलेश मीना, जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुधींद्र शर्मा, इरशाद मिर्ज़ा, आदित्य तोमर यूएनएफपीए, जिला आईईसी समन्वयक प्रियंका दीक्षित मौजूद रहे।