कोविड-19 महामारी को देखते हुये इस बार चौथ माता का वार्षिक मेला नहीं भरेगा। चौथ का बरवाड़ा में स्थित इस मंदिर में श्रद्धालु आम दिनों की तरह सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाकर साथ दर्शन कर सकेंगे। मेले के साथ आयोजित होने वाला पशु मेला भी आयोजित नहीं होगा। मंदिर के आसपास दुकाने संचालित नहीं होंगी। झूले-चकरी आदि नहीं लगाएं जाएंगे। मुख्य मेला स्थल, इसके आसपास तथा कस्बे के बाहर किसी भी प्रकार का भंडारा आयोजित नहीं किया जा सकेगा। प्रसाद, नारियल, फल, माला आदि पहाड़ी स्थित मंदिर तक नहीं लाया जा सकेगा। इन्हें नीचे चैनल गेट पर ही ले लिया जाएगा।
मंगलवार को जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में आयोजित जिला मेला समिति की बैठक में ये निर्णय लिये गये। चौथ का बरवाड़ा के आसपास के गांवों में रहने वाले श्रद्धालुओं को रात्रि में धर्मशालाओं या खुले में न सोने के लिये समझाया जाएगा। उन्हें दर्शन करने के बाद घर जाने तथा दर्शन वाले दिन ही यहाॅं पहुंचने के लिये समझाइश करने के लिये चौथ माता ट्रस्ट विशेष जागरूकता अभियान चलाएगा। किसी यात्री को धर्मशालाओं या रैन बसेरों में रूकवाया जाएगा तो सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
चौथ माता मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष श्रीदास सिंह राजावत ने जिले में कोविड-19 का प्रसार न हो, इसके लिये सभी श्रद्धालुओं से अपील करते हुए कहा कि सरकारी गाईडलाइन का पालन करें तथा केवल अन्य दिनों की तरह दर्शन कर अपने घरों को रवाना हो जायें।
बैठक में सरपंच सीतादेवी सैनी, अजीम आदि ने भी प्रशासन की व्यवस्था एवं निर्णय के अनुसार पूरा सहयोग करने का भरोसा दिलाया। बैठक में एडीएम डाॅ. सूरज सिंह नेगी, चौथ का बरवाड़ा एसडीएम सुशीला मीना, विकास अधिकारी रामावतार मीना उपस्थित रहे।