राजस्थान सरकार के मुख्य सचिव के निर्देशानुसार जिले में संचालित राजकीय अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, आयुष्मान आरोग्य मंदिर में दवा एवं जांच की उपलब्धता वार्ड, लेबर रूम, शौचालयों में स्वच्छता की जांच आज बुधवार को उपखण्ड अधिकारियों एवं तहसीलदारों द्वारा की गई। जिला कलेक्टर डॉ. खुशाल यादव ने बताया कि मुख्य सचिव के निर्देशानुसार आमजन को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। उन्होंने बताया कि उनके निर्देशानुसार आवश्यक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं आमजन को सुलभ हो इसके लिए जिले के विभिन्न अधिकारियों द्वारा चिकित्सा संस्थानों का औचक निरीक्षण किया गया है।
एसडीएम सवाई माधोपुर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कुण्डेरा का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में साफ-सफाई अच्छी नहीं पाये जाने पर नियमित रूप से बेहतर साफ-सफाई करने के निर्देश दिए। तहसीलदार मुकेश अग्रवाल ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बनोता का निरीक्षण किया। निरीक्षण में व्यवस्थाएं सुचारू मिली। उन्होंने परिसर में पौधे लगाने के निर्देश दिए है।
उपखण्ड अधिकारी खण्डार जयन्त कुमार ने सीएचसी खण्डार का निरीक्षण किया यहां पर सोनोग्राफी मशीन उपलब्ध नहीं थी। सीएचसी में नियमित रूप से साफ-सफाई के साथ-साथ पार्किंग की उपयुक्त व्यवस्था, आरएमआरएस निधि से नई बेडशीट ओर पर्दे लगवाने के निर्देश दिए है। उपखण्ड अधिकारी बौंली विनीता स्वामी द्वारा सीएचसी बौंली का निरीक्षण किया। निरीक्षण में उन्होंने पाया कि ओपीड पर्ची रोगी को नहीं दी जा रही है। शौचालय का सेफ्टी टैंक खुला एवं क्षतिग्रस्त होने से उपयोगी नहीं होना पाया गया।
ओटी में सर्जन के अभाव में ऑपरेशन नहीं हो पा रहे है केवल नसबंदी होना ही पाया गया। तहसीलदार बौंली गणपत बड़गोती द्वारा पीएचसी पीपलवाड़ा का निरीक्षण किया गया, जो प्रातः 9ः30 बजे बन्द पाई गई। उपखण्ड अधिकारी मलारना डूंगर बद्रीनारायण विश्नोई ने सीएचसी खिरनी का निरीक्षण किया। यहां व्यवस्था बेहतर मिली। वहीं तहसीलदार मलारना डूंगर ने पीएचसी मलारना स्टेशन का निरीक्षण किया।