राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आज जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पैलेस ऑन व्हील्स शाही रेलगाड़ी पर्यटन के क्षेत्र में दुनिया में एक अलग ही मिसाल रखती है। पिछले 40 वर्षों से चल रही इस ट्रेन का 2 वर्षों के अन्तराल के बाद पुनः प्रारम्भ होना एक शुभ संकेत है। यह इंगित करता है कि आने वाले दिनों में प्रदेश में पर्यटन क्षेत्र और मजबूती के साथ उभरेगा।
मुख्यमंत्री गहलोत ने रवानगी से पहले पैलेस ऑन व्हील्स शाही ट्रेन का अवलोकन कर सुविधाओं का जायजा लिया। यात्रियों को मंगलमय सफर के लिए शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा की पैलेस ऑन व्हील्स का पुनः संचालन हमारे लिए गर्व की बात है। शाही रेल में राजस्थान की हेरिटेज और सांस्कृतिक परम्परा को देखकर देश-विदेश के पर्यटक रोमांचित हो जाते हैं। रेलवे और आरटीडीसी के संयुक्त तत्वावधान में इस ट्रेन में आधुनिक साज-सज्जा और सभी पर्यटक सुख-सुविधाओं का समावेश किया गया है। कोविड-19 महामारी के कारण इस शाही रेल का संचालन करीब 2 वर्षों से बंद रहा। आरटीडीसी व पर्यटन विभाग की सकारात्मक पहल से यह ट्रेन पुनः शुरू हो रही है।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार ने पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया है और अनेक प्रकार की रियायतें दी जा रही हैं। पर्यटन की दृष्टि से राजस्थान की पुरानी हवेलियां, गढ़, किले और रेगिस्तान के साथ लोक कलाएं, हस्तशिल्प आदि की दुनिया भर में खास पहचान है। वर्ष 2022-23 के बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1000 करोड़ रूपए का प्रावधान किया गया है। पर्यटन के क्षेत्र में राजस्थान देश का सबसे सम्पन्न प्रदेश है और दिल्ली-आगरा के बाद विदेशी पर्यटक राजस्थान आना पसन्द करते हैं। यहां स्वदेशी पर्यटन की समृद्ध परम्परा रही है।
उल्लेखनीय है कि प्रथम शाही रेल वर्ष 1982 में प्रारंभ हुई थी। रेलवे द्वारा समय-समय पर रेल की गेज परिवर्तन के फलस्वरूप मीटर गेज से ब्रॉड गेज ट्रेन वर्ष 1991 में दूसरी और 1995 में तीसरी शाही रेल का निर्माण किया गया। शाही रेलगाड़ी का सात दिवस का दिल्ली व आगरा के अलावा राजस्थान के खूबसूरत शहरों जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, चित्तौड़गढ़, जैसलमेर तथा भरतपुर का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आकर्षित करेगा।
राजस्थान के गौरवशाली इतिहास के दर्शन कराती इस शाही रेल का सफर देशी और विदेशी पर्यटकों को आनंदित करता है। यहां पर पर्यटक अपने आप को राजसी माहौल में पाता है। इसमें आवभगत, स्वादिष्ट व्यंजन और पर्यटन निगम के अधिकारियों तथा कर्मचारियों की सेवा भावना व अतिथि सत्कार को देखकर पर्यटक रोमांचित होते हैं।
इस अवसर पर पर्यटन मंत्री विश्वेन्द्र सिंह, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री शकुंतला रावत, आरटीडीसी चेयरमेन धर्मेन्द्र राठौड़, पर्यटन राज्य मंत्री मुरारी लाल मीणा, राजस्थान राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष रफीक खान, विधायक बलजीत यादव, रीको चेयरमेन कुलदीप रांका, प्रमुख शासन सचिव पर्यटन गायत्री राठौड़, आरटीडीसी के प्रबंध निदेशक विजयपाल सिंह, निदेशक पर्यटन रश्मि शर्मा, भारतीय रेलवे के सीनियर डीसीएम मुकेश सैनी व एडीआरएम मनीष गोयल सहित विभाग के उच्चाधिकारी व आमजन उपस्थित थे।