1098 चाइल्ड हेल्प लाइन का न. अब 112 में मर्ज हो जाएगा
सवाई माधोपुर चाइल्ड लाइन के डायरेक्टर अरविन्दसिंह चौहान ने बताया कि संस्था मर्सी रिहैबिलीटेशन सोसाइटी द्वारा 18 मई 2018 को जिले में चाइल्ड लाइन का संचालन शुरु किया गया था। इस दौरान टीम ने दिन-रात कार्य करते हुए पिछले 5 सालों में 1850 गुमशुदा, बाल विवाह, बालश्रम एवं अन्य तरह से मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद की है। गुमशुदा बच्चों एवं घर से पलायन करने वाले बच्चों का रेस्क्यू कर उनके परिवार में पुर्नवासित करवाया। स्वाई माधोपुर जिले के अलावा प्रदेश के अन्य जिलों एवं अन्य राज्यों के बच्चों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाया। वहीं बाल विवाह के मामलों में पुलिस एवं एसडीएम के द्वारा परिवार जनों को पाबन्द कराया गया। बालश्रम में फंसे बच्चों को मानव तस्करी विरोधी यूनिट के सहयोग से रेस्क्यू कर परिवजनों को संरक्षण में दिया गया साथ ही बाल कल्याण समिति के माध्यम से सभी परिजनों को पाबन्द भी किया गया।
चाइल्ड लाइन टीम ने बाल कल्याण समिति के निर्देश पर कोई जोखिम भरे माहौल में भी बच्चों को मुसीबत में मदद की उनके परिजनों से मिलाया। टीम द्वारा बाल संरक्षण एवं उनके अधिकारों को लेकर लगातार आउटरीच की गयी, लोगों को चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 की जानकारी देकर लोगों को जागरुक किया गया। वर्तमान में बात करे तो अधिकांश लोगों को चाइल्ड हेल्प लाइन की जानकारी है। अब बाल अधिकारिता विभाग पूरी तरह से चाइल्ड हेल्प लाइन का कार्य करेगा। मुसीबत में फंसे बच्चों की मदद के लिए टीम का गठन करेगा। अब बच्चों मदद के लिए 112 न. पर कॉल करना होगा। चाइल्ड लाइन के शिफ्ट हो जाने के बाद भी जिलें में संस्था मर्सी रिहैबिलीटेशन सोसाइटी द्वारा बाल संरक्षण एवं अधिकारों के लिए निरन्तर कार्य जारी रहेगा।