सेल्फी बताती है कि आपकी प्राथमिकता क्या है, आपके इमोशन क्या हैं, आपके भीतर और आसपास क्या चल रहा है, आप क्या संदेश देना चाहते हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गत 22 जून को राज्य स्तरीय कोरोना जागरूकता कार्यक्रम की डिजिटल लॉन्चिंग की तो अगले दिन लगभग सभी प्रमुख अखबारों में मुख्यमंत्री महोदय की सेल्फी का चित्र प्रकाशित हुआ जो उनके इस अभियान से लगाव और भावनात्मक जुड़ाव को व्यक्त करने वाला प्रभावकारी स्टेटमेंट था। सोमवार को राज्य के आम और खास ने इस सेल्फी अभियान को आगे बढ़ाया और सोशल मीडिया पर इसे अपलोड किया। जिला कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने कलेक्टर चैम्बर के बाहर लगे सीएम संदेश बोर्ड के साथ सेल्फी ली। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों, अधिकारी-कर्मचारियों और कलेक्ट्रेट में अपने काम से आये आमजन ने भी सेल्फी ली।
काफी संख्या में लोगों ने अपने घरों और कार्यस्थलों पर भी मास्क लगाकर सेल्फी ली। कुछ ने परिजनों और मित्रों के साथ भी सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुये सेल्फी लेकर कोरोना के खिलाफ जंग में एकजुटता का संदेश दिया।
जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने सेल्फी लेने के बाद बताया कि कोरोना संक्रमण को रोकने और लोगों को जागरूक करने में प्रशासन दिन-रात काम कर रहा है। सेल्फी भावनात्मक अपील करती है। सभी अधिकारियों और आमजन ने इसके माध्यम से संदेश दिया है कि संकट की इस घड़ी में पूरा जिला एक हैं और हम इस संकट की घड़ी से अधिक मजबूत होकर उभरेंगे।