जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन द्वारा वित्तीय अनियमितताओं तथा गड़बड़ी करने वाले कार्मिकों के खिलाफ जीरो टोलरेंस की नीति का प्रभावी रूप से पालन किया जा रहा है।
कलेक्टर ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की ओर से संचालित राजकीय देवनारायण बालिका आवासीय विद्यालय मकसूदनपुरा की प्रधानाचार्य मंजू गुप्ता द्वारा गुणवत्ता विहीन, दोयम दर्जे एवं अमानक सामान की आपूर्ति के बावजूद भुगतान के लिए पत्रावली चलाने के मामले में उप समिति की जांच के बाद कार्यवाही करते हुए तत्काल प्रभाव से प्रधानाचार्य मंजू गुप्ता को एपीओ करते हुए राईस, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग जयपुर के लिए रिलीव कर दिया है। कलेक्टर ने प्रधानाचार्या को एपीओ करने के साथ ही 16 सीसीए में चार्जशीट भी दी है। विद्यालय की व्याख्याता सागर बाई मीना को कार्यवाहक प्रधानाचार्य का चार्ज दिया गया है।
कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने बताया कि मंजू गुप्ता देवनारायण आवासीय विद्यालय की प्रधानाचार्या के पद पर कार्यरत रहते हुए विद्यालय हेतु खादी भंडार जयपुर द्वारा गद्दा, कंबल, चादर, इत्यादि की आपूर्ति उपरांत 9 लाख 35 हजार से अधिक राशि के भुगतान की पत्रावली चलाई गई। कलेक्टर ने बताया की पत्रावली के उपरांत क्रय समिति की बैठक में प्राप्त सामान की गुणवत्ता जांच के लिए चार सदस्यीय उपसमिति बनाई गई। जांच समिति द्वारा सामान की गुणवत्ता का माप परीक्षण एवं निरीक्षण किया गया। जिसमें क्रय किए गए गद्दे, कंबल, खेस, तकिया, तकिया कवर, दरी, चादर आदि की गुणवत्ता घटिया एवं दोयम दर्जे की मिली। कलेक्टर ने प्रधानाचार्या को 16 सीसीए में चार्जशीट दी है। उन्होंने कार्यवाहक प्रधानाचार्य को निर्देश दिए है कि जांच रिपोर्ट में गुणवत्ताहीन दोयम दर्जे एवं अमानक अनावर्तक सामान को तुरंत वापस भिजवाकर नियमानुसार पुनः क्रय की कार्यवाही करें।