जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन ने आज बुधवार को धर्मगुरूओं और जिले के प्रमुख धार्मिक/पर्यटन स्थल मैनेजमेंट कमेटी के पदाधिकारियों की कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक लेकर नवीनतम गाइडलाइन की सख्ती से पालना करवाने के निर्देश दिये। बैठक में सभी धर्मगुरूओं एवं उपस्थित पदाधिकारियों ने कलेक्टर की अपील पर टीकाकरण की गति बढ़ाने के लिये समझाइश करने तथा धर्म स्थलों/पर्यटन स्थलों पर गाइडलाइन की पूर्ण पालना करवाने का आश्वासन दिया। कलेक्टर ने बताया कि जिले में कोरोना का प्रसार लगातार कम होता जा रहा है लेकिन हमारी सीमा के निकटवर्ती मध्यप्रदेश के एक जिले में डेल्टा प्लस वेरियंट से 4 लोगों की मृत्यु बहुत चिंताजनक है, यह वेरियंट बहुत घातक है, हमें लगातार सचेत रहना होगा। उन्होंने बताया कि दूसरी लहर पहली लहर से अधिक खतरनाक रही और विशेषज्ञ चेता रहे हैं कि जल्द से जल्द सघन टीकाकरण नहीं हुआ तो संभावित तीसरी लहर सितम्बर माह में आ सकती है जो दूसरी लहर से भी अधिक घातक होने की संभावना जताई जा रही है। सम्भावित तीसरी लहर से निपटने के लिये हमने पूरी तैयारी की है लेकिन कहा नहीं जा सकता कि आगे कौनसे और कितने वेरियंट आयेंगे, इसलिये अधिकतम टीकाकरण और मास्क और 2 गज दूरी का महत्व बहुत बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि गाइडलाइन के अनुसार प्रत्येक शनिवार शाम 8 बजे से सोमवार सुबह 5 बजे तक जन अनुशासन वीकेन्ड कर्फ्यू लागू किया हुआ है। इसमें मेडिकल इमरजेंसी को छोड़ कर किसी अन्य गतिविधि की अनुमति नहीं है। इस दौरान सभी धार्मिक स्थल और पर्यटन गतिविधि भी कर्फ्यू के दायरे में रहेंगे। अन्य दिनों में भी धर्म स्थल सुबह 5 बजे से शाम 4 बजे तक ही खुले रह सकते हैं। उन्होंने बताया कि सभी धार्मिक स्थल प्रबंधन कोरोना के संबंध में पूर्ण सचेत रहें, धर्म गुरू, पुजारी, मौलवी, मुअज्जि और श्रृद्धालुओं की सुरक्षा के पूरे उपाय सुनिश्चित करें, इन सभी के साथ ही श्रद्धालुओं के पास भी कोविड-19 टीके की कम से कम 1 डोज लगवाने का प्रमाण पत्र या अधिकतम 72 घंटे पुरानी नेगेटिव आरटीपीसीआर रिपोर्ट होना सुनिश्चित करें अन्यथा इन्हें धर्म स्थल परिसर में प्रवेश करने पर टोका-टाकी करें। सभी धर्म गुरू अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर अनुयायियों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करें तथा किसी के मन में टीके के प्रभाव को लेकर कोई भ्रांति हो तो स्वयं या चिकित्सा विशेषज्ञों के साथ मिल कर इन भ्रांतियों को दूर करें। पूजा और नमाज के दौरान श्रृद्धालुओं के बीच कम से कम 2 गज दूरी, मास्क एवं सेनिटाइजेशन सम्बंधी गाइडलाइन की पालना सुनिश्चित करें। किसी भी प्रकार की पूजा सामग्री, प्रसाद व अन्य चढ़ावा सामग्री आदि को धर्म स्थल परिसर में न लाने दें, इसे बाहर ही स्थान निर्धारित कर रखवा ली जाए। रेलिंग तथा फर्श आदि को बार-बार सेनेटाइज करवायें। धर्म स्थल में घुसने से पूर्व सभी की थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था हो, 2 गज दूरी पालना के लिये गोले बनवाये जायें। कलेक्टर ने बताया कि नवीनतम गाइडलाइन के अनुसार धार्मिक जुलूस अनुमत नहीं है। कलेक्टर ने धर्मगुरूओं का आव्हान किया कि श्रृद्धालुओं को समझायें कि महामारी के समय पूरी सतर्कता रखते हुए मानव जीवन को बचाने में सहयोग प्रदान करें। कलेक्टर ने बताया कि अधिकतम टीकाकरण ही कोरोना संक्रमण रोकने का सबसे प्रभावी उपाय है। उन्होंने त्रिनेत्र गणेश के आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रत्येक बुधवार को तथा शिवाड में पूरे श्रावण मास में मंदिर परिसर के बाहर कोविड-19 टीकाकरण कैम्प आयोजित करने के निर्देश सीएमचओ को दिये। कलेक्टर ने धर्म गुरूओं से कहा कि बड़े धार्मिक स्थलों में विशेष दिनों में दर्शनार्थियों की भीड़ नहीं जुटे और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना सुनिश्चित की जाये, इसके लिये जन चेतना एवं प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। आरती को ऑनलाईन देखने हेतु प्रोत्साहित किया जाये। कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां तक संभव हो पूजा-अर्जना, उपासना, प्रार्थना और नमाज घर पर रहकर ही करने हेतु प्रोत्साहित किया जाये ताकि धार्मिक स्थलों पर भीड़ नहीं जुटे।
सिंगल यूज प्लास्टिक का नहीं करें उपयोग:- कलेक्टर ने बैठक में गणेश मंदिर प्रन्यासी एवं अन्य पदाधिकारियों से कहा कि गणेश मंदिर व आसपास के परिसर को नो प्लास्टिक जाने बनाने में लोगों को जागरूक करे। कलेक्टर ने पूरे रणथंभौर नेशनल पार्क में सिंगल यूज्ड प्लास्टिक बैन करने तथा इस बैन को शत- प्रतिशत प्रभावी बनाने के लिये होटल संचालक, टूर ऑपरेटर, गाइड और पर्यटकों को जागरूक करने के लिये एनजीओ का भी सहयोग लेने के निर्देश दिये। गणेश मंदिर में नो प्लास्टिक जोन की पालना करने तथा कोरोना गाइडलाइन पालना प्रभावी बनाने के लिये प्रत्येक बुधवार और चतुर्थी को पर्याप्त पुलिस जाप्ता लगाने के भी निर्देश अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को दिये। कलेक्टर ने सभी धर्मगुरूओं से उनके फीडबैक और सुझाव भी लिये तथा जानकारी दी कि इतनी समझाइश के बावजूद यदि किसी धर्म स्थल में कोरोना गाइडलाइन का उल्लंघन होता है तो हम श्रृद्धालुओं तथा आमजन के स्वास्थ्य को खतरे में नहीं डाल सकते , हमें वह धर्म स्थल अस्थायी रूप से बंद करना पड़ेगा, हम नहीं चाहते कि ऐसी स्थिति कभी पैदा हो। बैठक में गणेश मंदिर ट्रस्ट के संजय दाधीच, चौथमाता ट्रस्ट के श्रीदास सिंह, गौत्तम आश्रम ट्रस्ट के नाथूलाल शर्मा, विजयेश्वर धर्मार्थ ट्रस्ट के कुंजबिहारी अग्रवाल, गायत्री मंदिर के हरिमोहन गौत्तम, शहर काजी निसारउल्लाह, इरफानउल्लाह, बजरिया गुरूद्वारे के मंजीत सिंह, सेंट एंसलेम के पदाधिकारी, चमत्कार मंदिर क्षेत्र से नरेश बज, घुश्मेश्वर ट्रस्ट शिवाड के क्षमाशंकर शर्मा और अन्य पदाधिकारियों ने कलेक्टर के आग्रह पर गाइडलाइन की पालना करवाने का भरोसा दिलाया। बैठक में एडीएम डॉ. सूरज सिंह नेगी ने समझाईश के साथ ही सख्ती बरतने की बात कही। इसी प्रकार सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना ने संभावित तीसरी लहर से बचाव एवं लड़ाई के लिए की जा रही तैयारियों की जानकारी देते हुए कहा कि सावधानी बरतना बहुत आवश्यक है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र दानोदिया ने भी अपने अनुभव साझा करते हुए कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए सभी को मिलकर कार्य करने की बात कही।