जिला कलेक्टर ने आज गुरूवार को जिला जेल, सवाई माधोपुर तहसील कार्यालय, राजकीय किशोर सम्प्रेक्षण गृह तथा पशु चिकित्सालय, ठींगला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं में सुधार के निर्देश दिये।
कलेक्टर ने जिला जेल में कैदियों की खुद तलाशी ली तथा जेल कार्मिकों से भी कैदियों की तलाशी करवाई। इसमें कोई आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली। जेल में वर्तमान में 88 कैदी है, जिनमें से 11 सजायाफ्ता तथा शेष विचाराधीन कैदी है।
तहसील में कलेक्टर ने माॅडर्न रेकार्ड रूम, लैंड रेकार्ड व अन्य शाखाओं का निरीक्षण किया। निरीक्षण में पाया गया कि जाति प्रमाण पत्र के लिये नियुक्ति ऐजेंसियों से आने वाले पत्रों का सत्यापन के साथ जवाब भिजवाने में देरी हो रही है। कलेक्टर ने पत्र प्राप्ति के 15 दिवस के भीतर सत्यापन कर जवाब भिजवाने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में वैरिफिकेशन और एडिटिंग तथा म्युटेशन के ऑनलाइन करने की प्रक्रिया सम्बंधित कार्मिक से पूछी तथा इसका कम्प्यूटर पर कार्य भी करवाया।
साफ-सफाई, प्रकाश व्यवस्था, फायर अलार्म सिस्टम को चुस्त दुरूस्त करने के निर्देश दिये। उन्होंने ई-मित्र प्लस मशीन को जल्द शुरू करने के निर्देश दिये।
राजकीय किशोर सम्प्रेक्षण गृह में रह रहे सभी 10 किशोरों से बातचीत की तथा उनको उपलब्ध सुविधाओं का फीडबैक लिया। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का भी जायजा लिया तथा सीसीटीवी माॅनिटर कक्ष में बैठक लाइव रिकाॅर्डिंग देखी। शिशु गृह में रह रहे 7 माह के बच्चे यश को स्नेह से दुलारा। यह बच्चा 7 माह पूर्व गंगापुर सिटी में झाड़ियों में मिला था तथा आज ही फरीदाबाद से आया दम्पत्ति इसे कारा एजेंसी के माध्यम से गोद देने की प्रक्रिया पूरी कर रहा है।
कलेक्टर ने पशु चिकित्सालय, ठींगला का निरीक्षण किया जहाॅं गोबर के उपले पूरे परिसर में रखे हुये थे। कलेक्टर ने इस पर गहरी नाराजगी जताते हुए इन्हें तत्काल हटाने, साफ-सफाई करवाने तथा भविष्य में उपले रखने पर सम्बंधित व्यक्ति के खिलाफ एफआईआर करवाने के निर्देश दिये। इस दौरान एसडीएम कपिल शर्मा व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।