जिला कलेक्टर डॉ.एस.पी.सिंह ने पंचायत समिति चौथ का बरवाड़ा की ग्राम पंचायत जौला के भारत निर्माण राजीव गांधी सेवा केन्द्र में जनसुनवाई कर लोगों की समस्याएं सुनी तथा मौके पर ही अधिकारियों को परिवेदनाओं के समाधान के निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान संबंधित चिकित्सक के अनुपस्थित रहने, कृषि पर्यवेक्षक द्वारा कार्य में लापरवाही बरतने तथा कावड के राशन डीलर के अनुपस्थित रहने एवं शिकायत के चलते नोटिस देने के निर्देश एसडीएम को दिए।
जनसुनवाई के दौरान जिला कलेक्टर ने राज्य सरकार द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी तथा पात्र लोगों को योजनाओं का लाभ मिले, इसके लिए प्रयास करने पर जोर दिया। डाॅ. सिंह ने पेंशन से जुड़े प्रकरणों की परिवेदनाएं सुनी तथा दस्तावेजों की जांचकर सत्यापन करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने तहसीलदार को निर्देश दिए कि किसी व्यक्ति ने सरकारी भूमि पर कब्जा कर रखा है अथवा रास्ता अवरूद्ध किया है तो उसके विरूद्ध धारा 91 के अन्तर्गत कार्यवाही की जाये।
जनसुनवाई के दौरान ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को फसलों के खराबे, नरेगा का भुगतान नहीं मिलने, अवैध बजरी की ट्रोलियों के परिवहन, स्वास्थ्य केन्द्र के लिए भवन को चालू करवाने, चारागाह पर अतिक्रमण, नामांतरण में नाम शुद्धिकरण, कावड़ से जौंला तक सडक की बदहाल स्थिति, नाली की सफाई नहीं होने सहित अन्य परिवाद प्राप्त हुए। बैरवा बस्ती के खराब रास्ते पर ग्रेवल डलवाने, पेयजल की समस्या समाधान के संबंध में संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए। कलेक्टर ने विकास अधिकारी को नालियों में मच्छररोधी गतिविधियों के निर्देश दिए।
जनसुनवाई के दौरान लोगों द्वारा फसल खराबे के संबंध में शिकायत पर गिरदावरी एक दो दिन में पूरी करने, फसल बीमा के संबंध में कार्यवाही के लिए कहा। साथ ही टोल फ्री नंबर पर सूचना देने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान कलेक्टर ने खाद्यान्न सुरक्षा, पेंशन एवं बेरोजगारी भत्ते जैसी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बारे में लोगों को जानकारी दी। जिला कलेक्टर ने ग्रामवासियों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, किसान मानधन योजना की जानकारी दी और ग्राम विकास अधिकारी को सभी पात्र किसानों के पंजीकरण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। जनसुनवाई के दौरान एसडीएम चौथ का बरवाड़ा रघुनाथ, तहसीलदार रमेश चंद, विकास अधिकारी सूबेदार सिंह सहित अन्य अधिकारीगण एवं ग्रामीण उपस्थित थे।
कलेक्टर ने जनसुनवाई के दौरान उपस्थित ग्रामीणों को गुटखा-जर्दा नहीं खाने की सलाह दी। उन्होंने ग्रामीणों से अपने बच्चों को संस्कारवान बनाने तथा बच्चों को व्यसनों से दूर रखने की सलाह दी।