राजस्थान में महिला अत्याचार चरम पर है। आए दिन महिलाओं पर अत्याचार, दु*ष्कर्म की घटनाएं सामने आती रहती है। अभी राजस्थान के भीलवाड़ा में नाबालिग के साथ रे*प कर तंदूर में जलाकर ह*त्या करने का मामला शांत नहीं हुआ था की उससे पहले ही राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले में एक और शर्मसार करने वाला मामला सामने आया है।
जहां बीते दिनों एक नाबालिग स्कूल की छात्रा को अगवा कर रे*प कर कुएं में फेंक दिया गया। यह मामला राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले का बौंली का है। सूत्रों के मिली जानकारी के अनुसार रेप करने के बाद नाबालिग की ह*त्या कर दी गई। इतना ही नहीं राज छुपाने के दर से पीड़िता का शव कुएं में फेंक दिया गया।
सवाई माधोपुर जिले की इस घटना को राजस्थान की पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने भयावह और निंदनीय बताया है। उन्होंने प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, “राजस्थान में बहन-बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। अखबारों के मुख्य पृष्ठ पर कांग्रेस जनता की गाढ़ी कमाई का पैसा खर्च कर योजनाओं के झूठे बखान वाले अपनी फोटो लगे बड़े-बड़े विज्ञापन छपवा रही है।” वसुंधरा राजे ने कहा कि “उसी अखबार में अंदर के पन्ने बेटियों की चीखों से भरे मिल रहे हैं।”
भीलवाड़ा के बाद अब सवाई माधोपुर के बोंली क्षेत्र में एक बार फिर राजस्थान को शर्मसार होना पड़ा है। यहां एक स्कूली छात्रा को अगवा कर, दु*ष्कर्म एवं ह*त्या के बाद कुंए में फेंकने का मामला सामने आया है, जो बहुत भयावह एवं निंदनीय है।
राजस्थान में बहन-बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है।…
— Vasundhara Raje (@VasundharaBJP) August 11, 2023
कब मिलेगी बेटियों को सुरक्षा – पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे
पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को घेरते हुए कहा कि, “यदि थोड़ी भी नैतिकता है तो अपने चुनावी घोषणा पत्र को याद करो और बताओ कि आखिर ‘कब होगा न्याय’? कब मिलेगी बेटियों को सुरक्षा?”
मामले की गंभीरता को देखते हुए मौके पर सवाई माधोपुर जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला, एएसपी सीताराम प्रजापत सहित कई थानाधिकारी एवं मलारना SDM किशन मुरारी मौके पर पहुंचे। इसके बाद श*व को पोस्टमार्टम के लिए बौंली लाने की तैयारी की जा रही थी। जिस पर ग्रामीणों ने विरोध जताया और श*व को अपने कब्जे में लेकर मौके से लगभग 1 किलोमीटर दूर राजकीय विद्यालय के खेल मैदान पर ले गए। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। पुलिस प्रशासन ने ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन 7 सूत्री मांगों को लेकर ग्रामीणों ने पोस्टमार्टम का विरोध किया। इस दौरान कई भाजपा नेता धरना प्रदर्शन में शामिल हुए।