जिले भर में पांच दिवसीय महापर्व दीपावली हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। कोरोना काल के बाद इस वर्ष दीपोत्सव पर बाजारों में रौनक दिखाई दी। लोगों की खूब भीड़ उमड़ी। जिला मुख्यालय पर नगर परिषद प्रशासन की ओर से चौराहों एवं मुख्य सड़कों पर रोड़ लाइटों पर भव्य रोशनी की गई। वहीं स्वच्छता पर विशेष ध्यान रखा गया। इस वर्ष जिले के व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को दुकानों को जिला मुख्यालय पर स्थित होटलों एवं आम जन ने अपने घरों पर भी भव्य रोशनी की। सारा शहर रोशनी में नहाया हुआ नजर आया। गत 22 अक्टूबर को धनतेरस के साथ शुरू हुआ महापर्व के दौरान धनतेरस पर लोगों ने बर्तन, कपड़े, आभूषण, एवं वाहनों की खरीददारी की। 23 अक्टूबर को रूपचौदस एवं नरक चतुर्थी का त्योहार मनाया गया।
24 अक्टूबर को दीपावली को मुख्य त्योहार घरों एवं सभी व्यापारिक प्रतिष्ठानों, कार्यालयों पर माता लक्ष्मीजी एवं भगवान गणेशजी के पूजन के साथ मनाया गया। इस वर्ष देर रात्रि में तेज आवाज वाले पटाखों पर प्रतिबन्ध रहा लेकिन उसके पूर्व भी लोगों ने खासकर बच्चों ने आतिशबाजी का जमकर लुत्फ उठाया। इस वर्ष 25 अक्टूबर को आंशिक सूर्य ग्रहण होने की वजह से सभी धार्मिक कार्य वर्जित रहे। इसके चलते 26 अक्टूबर बुधवार को गोवर्धनजी का पूजन किया गया। इस मन्दिरों पर अन्नकूट के प्रसाद का भोग लगाकर आमजन को प्रसाद वितरित किया गया। 27 अक्टूबर गुरूवार को बहिन भाई के त्योहार के रूप में भाईदूज त्योहार मनाया जाएगा। इसके साथ ही पांच दिवसीय त्योहार का 6 दिनों में समापन होगा।