सवाई माधोपुर: जिले में लगातार बढ़ते तापमान और संभावित हीटवेव के खतरे को देखते हुए आपदा प्रबंधन सहायता एवं नागरिक सुरक्षा विभाग तथा जिला प्रशासन द्वारा आमजन की सुरक्षा हेतु एडवाइजरी जारी की गई है। जिला कलक्टर शुभम चौधरी ने नागरिकों से अपील की है कि गर्मी से बचाव के लिए सावधानी बरतें और एडवाइजरी का पालन करें। उन्होंने बताया कि पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, ओआरएस, लस्सी, नींबू पानी, छाछ जैसे घरेलू पेयों का सेवन करें और खुद को हाइड्रेट रखें। हल्के रंग के सूती कपड़े पहनें और बाहर निकलते समय सिर को कपड़े, टोपी या छतरी से ढकें। आंखों की सुरक्षा के लिए चश्मे और त्वचा की सुरक्षा के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें।
लू के लक्षण एवं उपचार:
जिला कलक्टर ने बताया कि लू लगने के प्रमुख लक्षणों में सिरदर्द, थकावट, अत्यधिक प्यास, जी मिचलाना, सिर चकराना और शरीर का ताप बढ़ना शामिल है। ऐसे में प्रभावित व्यक्ति को तुरंत छांव में रखें, गीले कपड़े से शरीर ठंडा करें, ओआरएस या नींबू पानी दें और आवश्यकता पड़ने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं। गंभीर स्थिति में 100 नंबर पर कॉल करने की सलाह दी गई है।
श्रमिकों व पशुओं के लिए विशेष निर्देश:
नियोक्ताओं से अपील की गई है कि कार्य स्थलों पर ठंडे पेयजल, छाया, प्राथमिक उपचार किट, ओआरएस व आइस पैक की व्यवस्था करें। श्रमिकों से सीधी धूप से बचने और भारी कार्य सुबह-शाम के ठंडे समय में करने का अनुरोध किया गया है। पशुपालकों को सलाह दी गई है कि पशुओं को छाया में रखें, ठंडा व स्वच्छ पानी उपलब्ध कराएं और दोपहर 11 बजे से शाम 4 बजे के बीच उनसे कार्य न लें। शेड को पुआल या चूने से ढकें और गर्मी से राहत के लिए पानी का छिड़काव करें।
क्या न करें यह रखें ध्यान:
दोपहर 12 से 3 बजे तक धूप में बाहर न निकलें। नंगे पांव बाहर न जाएं। दिन के सबसे गर्म समय में खाना पकाने से बचें। श*राब, चाय, कॉफी और सोडा जैसे पेय पदार्थों से परहेज करें। बासी व भारी प्रोटीन युक्त भोजन न करें। जिला कलक्टर ने नागरिकों से आग्रह किया है कि प्रशासन द्वारा जारी एडवाइजरी को गंभीरता से लेते हुए अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें।