जिला प्रभारी सचिव व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के शासन सचिव डॉ. समित शर्मा ने आज गुरूवार देर शाम जिला मुख्यालय पर निमली रोड़ स्थित देवनारायण बालक छात्रावास और रणथंभौर रोड़ स्थित यश रिहेबिलिटेशन सेंटर का निरीक्षण कर यहां उपलब्ध सुविधाओं की जानकारी ली तथा आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। प्रभारी सचिव ने किचन, बच्चों के कमरे, टॉयलेट, मनोरंजन कक्ष आदि का बारीकी से निरीक्षण किया।
उन्होंने बच्चों से भोजन, नाश्ते की गुणवत्ता और मीनू के सम्बंध में जानकारी ली तथा पूछा कि किसी भी प्रकार की कोई समस्या तो नहीं है। प्रभारी सचिव ने बताया कि अभी कोरोना गया नहीं है तथा बच्चों का टीका भी नहीं आया है। दोस्ती अपनी जगह हैं लेकिन हाथ न मिलायें, मास्क का प्रयोग करें, 2 गज दूरी की पालना करें।
उन्होंने दोनों स्थानों पर मास्क और सेनेटाइजर की उपलब्धता, खरीद और वितरण के सम्बंध में जानकारी ली। प्रभारी सचिव ने बच्चों से उनकी पढ़ाई और मनारंजन के सम्बंध में सवाल-जवाब किये और कहा कि आपके परिवार के साथ ही राज्य सरकार भी आपके कॅरियर के सम्बंध में सजग है।
आप मन लगाकर पढ़ाई करें तथा समाज, देश के लिये उपयोगी सिद्ध हो। उन्होंने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सहायक निदेशक से भी हॉस्टल के संबंध में फीडबेक लिया। देवनारायण हॉस्टल में जयपुर से आई टीम द्वारा निरीक्षण के दौरान छात्रावास कक्षाओं में ट्यूब लाइट खराब पाई गई और बच्चे अंधेरे में पाए गए, साफ-सफाई का अभाव पाया गया, नाकारा सामान का निस्तारण नहीं किया हुआ था, बिल्डिंग के रखरखाव मैं कमी पाई गई।
पूरी बिल्डिंग में टंकियों के ओवरफ्लो होने से सीलन पाई गई, खिड़कियों के शीशे टूटे होने से बच्चों ने ठंड आने की शिकायत की। बाथरूम एवं टॉयलेट में भी पानी की समुचित व्यवस्था का अभाव पाया गया। इस पर प्रभारी सचिव ने सहायक निदेशक सामाजिक न्याय अधिकारिता सुनील कुमार गर्ग सहायक निदेशक को हॉस्टल अधीक्षक रविंद्र अग्रवाल को 17 सीसी के अंतर्गत नोटिस जारी करने के निर्देश दिए और 1 महीने में सुधार नहीं होने पर चार्जशीट जारी करने के निर्देश दिए।