राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के निर्देशानुसार आज बुधवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (जिला एवं सेशन न्यायाधीश) सवाई माधोपुर के अध्यक्ष अतुल कुमार सक्सैना ने जिला कारागृह सवाई माधोपुर का मासिक निरीक्षण किया।
निरीक्षण के दौरान जिला कारागृह में कीटनाशक के छिड़काव, सीवरेज, बंदियों को कैंटीन की सुविधा, सूखे व गीले कचरे के अलग-अलग निस्तारण, जेल में विजिटर्स रूम, रसोई घर, पीने के पानी, बैरकों में साफ-सफाई, बंदियों के स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं, भोजन व्यवस्था, साफ-सफाई, प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से संवाद व पूछताछ, बंदियों को दी जाने वाली विधिक सहायता, पेयजल की सुविधा, रसोई-घर एवं बैरको की साफ-सफाई आदि के संबंध में जांच की गई, जो उत्तम पाई गई।
कारागृह के रसोई घर, शौचालय व अन्य परिसर की साफ-सफाई को इसी प्रकार भविष्य में बरकरार रखने के निर्देश प्रदान किये। साथ ही बंदियों को समुचित चिकित्सा व्यवस्था उपलब्ध कराने के संबंध में निर्देश दिये। कारागृह में महिला बंदी हेतु एक बैरक है। निरीक्षण के दौरान कारागृह में कोई भी महिला बंदी नहीं पाई गई।
मौके पर उपस्थित पूरण चन्द, कारापाल जिला कारागृह सवाई माधोपुर ने बताया कि कारागृह में पुरूष बंदियों हेतु दो एवं महिला बंदी हेतु एक बैरक है। निरीक्षण के दौरान कुल 87 बंदी पाये गये। संक्रमण की रोकथाम एवं बचाव हेतु रसोई-घर की नियमित साफ-सफाई रखने तथा समय-समय पर बंदियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने हेतु निर्देश प्रदान किये। कारागृह में प्रथम बार प्रवेश करने वाले बंदियों से भी पूछताछ कर निःशुल्क विधिक सहायता की जानकारी प्रदान की गई।
निरीक्षण के दौरान उपस्थित बंदियों को निःशुल्क विधिक सहायता, बंदियों के कानूनी अधिकार आदि के संबंध में जानकारी प्रदान की गई। निरीक्षण के दौरान कोई भी नाबालिग बंदी या अपराध के समय नाबालिग बंदी नहीं पाया गया। इस अवसर पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव महेन्द्र कुमार ढ़ाबी तथा कारागृह स्टाफ आदि उपस्थित थे।