नई दिल्ली: स्पेसएक्स का ड्रैगन अब इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से अलग यानी अनडॉक हो चुका है। इस स्पेसक्राफ्ट के जरिए 17 घंटे की यात्रा करने के बाद अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर पृथ्वी पर लौटेंगे। इनके अलावा, नासा के एस्ट्रोनॉट्स निक हॉग और रूस की स्पेस एजेंसी रॉसकॉसमॉस के अंतरिक्ष यात्री अलेक्सांद्र गोरबुनोव भी साथ में लौटेंगे। यह यान वापसी का अनुमानित समय है। सुनीता विलियम्स और बुच विलमोर ने 5 जून 2024 को परीक्षण यान स्टारलाइनर से आईएसएस के लिए उड़ान भरी थी।
वहां आठ दिन गुजारने के बाद उनकी वापसी थी लेकिन यान में खराबी के कारण यह अटक गई थी। नासा ने बताया है कि मौसम की स्थिति को देखते हुए स्पलैशडाउन की जगह का निर्धारण किया जाएगा। भारतीय समयानुसार 19 मार्च 2025 को अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स की वापसी होगी, तो वह अंतरिक्ष में कुल 286 दिन बीता चुकी होंगी। इसके साथ ही वह एक यात्रा में तीसरी सबसे ज्यादा दिन तक आईएसएस पर बिताने वाली महिला वैज्ञानिक बन जाएंगी।
इस मामले में सबसे पहले पायदान पर 328 दिनों के साथ क्रिस्टीना कोच हैं। वहीं पिग्गी वीटस्न 289 दिनों के साथ दूसरी पायदान पर हैं। आईएसएस में एक बार में सबसे ज्यादा 371 दिन अंतरिक्ष यात्री फ्रैंक रूबियो ने बिताए हैं। कुल मिलाकर सबसे ज्यादा दिन बिताने का रिकॉर्ड 675 दिनों के साथ पिग्गी वीटस्न के पास है। अंतरिक्ष में स्पेश वॉक का रिकॉर्ड सुशान हेलम्स और जेम्स वोस के पास है। इन दोनों ने एक बार 8 घंटे 56 मिनट तक स्पेसवॉक किया था। सुनीता विलियम्स ने अब तक नौ बार स्पेसवॉक किया है। इस दौरान उन्होंने 62 घंटे 6 मिनट स्पेसवॉक में बिताए हैं। इस मामले में वे पहले स्थान पर हैं।