जिला निर्वाचन अधिकारी ने अपनी सूझ-बूझ से आपातकाल में सुगम, सरल बनाया ईवीएम संग्रहण
सवाई माधोपुर: लोकसभा आम चुनाव-2024 के अन्तर्गत टोंक – सवाई माधोपुर क्षेत्र के सवाई माधोपुर जिले में मतदान समाप्ति के पश्चात ईवीएम संग्रहण स्थल महात्मा गांधी राजकीय विद्यालय साहूनगर पर ईवीएम संग्रहण हेतु प्रत्येक विधानसभावार पर्याप्त मात्रा में टेबल एवं कार्मिक लगाकर संग्रहण की उत्तम व्यवस्था जिला प्रशासन द्वारा सुनिश्चित की गई थी। ईवीएम संग्रहण के साथ-साथ मतदान कार्मिकों के लिए शीतल जल, चाय के साथ-साथ उच्च गुणवत्ता युक्त भोजन की पर्याप्त व्यवस्था की गई थी।
चुनाव समाप्ति के समय सांय 6 बजे पश्चात जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. खुशाल यादव, जिला पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता के नेतृत्व में उप जिला निर्वाचन अधिकारी जगदीश आर्य, मुख्य कार्यकारी अधिकारी हरिराम मीना सहित चारों विधानसभा के डीएआरओ सहित चुनाव में लगे अन्य अधिकारी एवं कार्मिक शांतिपूर्ण चुनाव सम्पन्न कराने के पश्चात ईवीएम संग्रहण स्थल पर पहुंच चुके थे ताकि वे ईवीएम जमा कराने आने वाले कार्मिकों को बिना किसी परेशानी के ईवीएम जमा की जा सके।
इसके लिए प्रत्येक विधानसभावार चारों पांडालों में दस-दस काउंटरों की व्यवस्था की गई थी। जहां पर प्रत्येक काउंटर पर 25 पोलिंग पार्टियों की मतदान सामग्री जमा होना निर्धारित था। चारों विधानसभा क्षेत्रों के मतदान दलों के स्वागत एवं ईवीएम संग्रहण की तत्परता से तैयारी चल रही थी उसी समय करीब सांय 6ः30 बजे अचानक मौसम बदला और करीब 100 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से आंधी तूफान के साथ-साथ बारिश और ओले पड़ने शुरू हो गए। जिला निर्वाचन अधिकारी सहित सभी कार्मिक तुरन्त पांडालों से निकलकर स्कूल के अन्दर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचे।
इस प्राकृतिक आपदा से सम्पूर्ण शहर की बिजली आपूर्ति बाधित हो गई। रास्ते बाधित हो गए, इससे संसाधन प्रबंधन एवं कम्प्युनिकेशन विकट समस्या उत्पन्न हो गई। इस प्राकृतिक आपदा से 20 से 30 मिनट में ही टेन्ट, कुर्सी, बिजली, माईक सहित सभी व्यवस्थाएं पल भर में धाराशाय हो गई, जगह-जगह पानी भर गया, परन्तु जिला निर्वाचन अधिकारी ने इस प्राकृतिक आपदा में भी अपनी सूझबूझ का परिचय देते हुए सभी संबंधित अधिकारियों के साथ मौका मुआयना कर अधिकारियों के पूर्व अनुभव के आधार पर आपातकालीन व्यवस्था करने का निर्णय लिया। सर्वप्रथम नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सभी सेक्टर अधिकारी एवं मतदान दलों को बूथो से रवाना होने से रोका गया। जिला पुलिस अधीक्षक के निर्देशन में आंधी तूफान से पेड़ों के गिर जाने से बाधित रास्तों को पुलिस एवं आमजन के सहायोग से सुचारू किया गया।
दूसरी ओर ईवीएम संग्रहण के लिए वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर सवाई माधोपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए साहूनगर स्कूल में मुख्य दरवाजे के पास हॉल नंबर 18 की 5 खिड़कियों की रेलिंग तोड़कर, खण्डार विधानसभा क्षेत्र के लिए फुटबॉल मैदान के पास कमरा नंबर 14 की ईंटे हटाकर पांच खिड़कियां बनाई गई। गंगापुर सिटी विधानसभा क्षेत्र के लिए स्कूल के अन्दर के बरामदे का पानी बाहर निकालकर संग्रहण स्थल तैयार किया गया। बामनवास विधानसभा के लिए नवनिर्मित स्कूल लेब में एक नई व्यवस्था की गई। विद्युत विभाग के कार्मिकों द्वारा संग्रहण स्थल सुरक्षा की जांच कर जनरेटर के माध्यम से प्रकाश, माईक अनाउंसमेन्ट की समुचित व्यवस्था कर कम्युनिकेशन चैनल एवं नियंत्रण कक्ष में समन्वय स्थापित किया।
नियंत्रण कक्ष के माध्यम से सभी एआरओ, सेक्टर अधिकारी एवं पोलिंग पार्टियों को जिला निर्वाचन अधिकारी का संदेश पहुंचाया गया कि ईवीएम संग्रहण की तैयारियां कर ली गई है। रूट बदलकर सभी पोलिंग पार्टियों के वाहन चकचैनपुरा हवाई पट्टी पर पार्क किए गए ताकि मार्ग अवरूद्ध न हो, हवाई पट्टी पर ही सभी मतदान कार्मिकों के लिए पेयजल, चाय व भोजन की व्यवस्था की गई। करीब रात्रि 9 बजे प्रत्येक विधानसभा के ईवीएम संग्रहण के लिए नियुक्त कार्मिकों ने तत्काल मोर्चा संभाला और ईवीएम संग्रहण का कार्य प्रारम्भ किया। विधानसभावार कक्षों के बाहर लगने वाली कतारों को पुलिस दल, सिविल डिफेन्स एवं अधिकारियों द्वारा व्यवस्थित किया गया।
जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अन्य उच्च अधिकारियों द्वारा सभी मतदान कार्मिकों से सहयोग व शांति बनाए रखने की अपील की गई। ईवीएम संग्रहण की प्रक्रिया में सबसे पहले सेक्टर अधिकारियों की मतदान सामग्री को जमा कर उन्हें अपने मतदान दलों के सामान जमा करवाने का दायित्व सौंपा गया। सभी के अधिकारियों, कार्मिकों एवं मतदान दलों के आपसी समन्वय से संग्रहण की सभी प्रक्रिया रात्रि 2 बजे तक पूर्ण कर ली गई।
इस आपातकाल में भी कार्मिकों ने जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में रात भर लग कर ईवीएम संग्रहण का कार्य सकुशल सम्पन्न कराकर रातोरात उन्हें रिटर्निंग अधिकारी टोंक के संग्रहण एवं मतगणना स्थल पर पहुंचाकर प्राकृतिक आपदा में अनूठी सूझबूझ एवं कुशलता का परिचय दिया है।