विद्यालयों में पौधरोपण अभियान के लिए कार्ययोजना निर्माण एवं पूर्व तैयारी के संबंध में बैठक जिला कलेक्टर राजेन्द्र किशन की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में हुई। बैठक में कलेक्टर ने जीवनदायी ऑक्सीजन के प्राकृतिक भंडार पेड़-पौधों के संरक्षण तथा अधिक से अधिक पौधे लगाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने बैठक में शिक्षा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि पौधरोपण अभियान के तहत विद्यालय परिसरों में लगाए जाने वालों पौधों के लिए योजना बनाकर पूर्व तैयारी करें। इसी प्रकार आंगनबाड़ी केन्द्र, चिकित्सालय, उप स्वास्थ्य केन्द्र एवं अन्य सरकारी परिसर जहां पौधरोपण के लिए समुचित स्थान उपलब्ध है, वहां पौधरोपण करवाने के संबंध में निर्देश देकर संबंधित अधिकारियों को मानसून से पूर्व आवश्यक तैयारियां करने की बात कही। उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को चारदीवारी वाले विद्यालयों की संख्या, विद्यालयों में पानी के लिए हैंडपंप एवं अन्य सुविधा की उपलब्धता के संबंध में ऐसेशमेंट कर योजना निर्माण करने तथा वृक्षारोपण के लिए कार्ययोजना बनाकर सभी प्रकार की तैयारियां करने के निर्देश दिए। बैठक में पौधरोपण की तैयारी के साथ 30 जून तक पौधे लगाने के लिए गढ्ढे खोदे जाने, लगाए जाने वाले पौधों की सुरक्षा की व्यवस्था करने तथा इसकी जिम्मेदारी के लिए विद्यालय वार नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने निर्देश दिए कि इसके लिए एक्शन प्लान निर्माण कर 30 जून तक सभी तैयारियां पूरी की जाए। उन्होंने वन विभाग के अधिकारियों से टाइ अप करते हुए पौधों की उपलब्धता, पौधों के प्रकार तथा किस क्षेत्र में किस नर्सरी से पौधों मिलेंगे के संबंध में समन्वय बनाने के निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर ने राज्य सरकार की घर घर औषधीय पौधे योजना के संबंध में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बजट घोषणा के अनुसार प्रत्येक परिवार को पांच वर्ष तक कुल 24 औषधीय पौधे उपलब्ध करवाएं जाएंगे। इस योजना के तहत वन विभाग द्वारा जिले की विभिन्न नर्सरियों में पौधे तैयार किए जा रहे हैं।
उन्होंने शिक्षा विभाग के अधिकारियों को इस योजना के संबंध में लोगों को जानकारी देने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने विद्यालयों को हरित विद्यालय बनाने तथा पौधरोपण के लिए विद्यालय वार नोडल अधिकारी बनाने, नोडल अधिकारियों की सतत मॉनिटरिंग करने तथा पौधों की सुरक्षा की जिम्मेदारी भी लगाने वाले को देने के संबंध में निर्देश दिए। उन्होंने इससे संबंधित सभी सूचनाएं एवं कार्ययोजना तैयार कर मूर्त रूप देने के लिए अभी से जुटने के निर्देश दिए। ताकि बरसात होने के तुरंत बाद पौधरोपण को अभियान के रूप में चलाया जा सके। बैठक में जिला परिषद के सीईओ रामस्वरूप चौहान ने पौधरोपण अभियान के लिए सभी अधिकारियों को आपसी समन्वय रखते हुए कार्य योजना के लिए निर्देशित किया। बैठक में सीपीओ बाबूलाल बैरवा, सीडीईओ रामकेश मीना, जिला शिक्षा अधिकारी राधेश्याम मीना, एडीपीसी नाथूलाल खटीक, सहायक निदेशक रमेश चंद मीना, एपीसी चंद्रशेखर शर्मा, एडीईओ मंजू जैन, एडीईओ एजाज अली, सीएमएचओ डॉ. तेजराम मीना सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। अधिकारियों ने योजना निर्माण कर लक्ष्य के अनुसार पौधरोपण की तैयारी के लिए संकल्प व्यक्त किया।