जयपुर:- राजस्थान में भीषण गर्मी अपने चरम पर है। दिन पर दिन गर्मी का सितम बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन इस भीषण गर्मी में भी आंगनबाड़ी केंद्रों में नन्हे बच्चों को बुलाया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र अब प्री स्कूल यानी शाला पूर्व शिक्षण केंद्र के रूप में भी संचालित की जाती हैं। भीषण गर्मी में राजकीय और निजी विद्यालयों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 17 मई से प्रारंभ हो चुका है।
लेकिन आंगनबाड़ी केंद्र में 6 वर्ष तक के नन्हे मुन्ने बच्चों को बुलाया जाता है। अमूमन आंगनबाड़ी में तीन वर्ष की उम्र के छोटे बच्चे आने लगते हैं। आंगनबाड़ी केंद्रों पर बच्चों को पूरक व गर्म पोषाहार दिया जाता है। आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं, प्रसूताओं और किशोरी बालिकाओं को मिश्रित पोषाहार भी उपलब्ध कराया जाता है।
जमवारामगढ़ ब्लॉक में बड़ी संख्या में आंगनबाड़ी केंद्रो में ना तो बिजली कनेक्शन है और ना ही पंखे हैं। कई में तो शौचालय तक नहीं है। आंगनबाड़ी केंद्रों के पास – पास स्वयं का भवन नहीं होने से अधिकांश विद्यालयों के पुराने भवनों में चल रहे हैं। जिसके चलते आंगनबाड़ी केंद्र घर से दूर पड़ते हैं। मालावाला गांव में आंगनबाड़ी केंद्र गांव से एक किलोमीटर दूर है। जिससे बच्चों को भी एक किलोमीटर दूर भीषण गर्मी में जाना पड़ रहा है। यहां ना पंखे और ना ही पानी की व्यवस्था है।
ग्रामीण महिला विद्यापीठ, उच्च माध्यमिक विद्यालय मैनपुरा, सवाई माधोपुर
माध्यम अंग्रेजी एवं हिन्दी
कक्षा – L.K.G. से 12वीं तक
संकाय – विज्ञान, कला (उर्दू साहित्य)
शीघ्र आवश्यकता
पूर्व प्राथमिक से उच्च माध्यमिक स्तर हेतु सभी विषयों हेतु
अनुभवी एवं प्रशिक्षित शिक्षक/व्याख्याता एवं शारीरिक शिक्षक,
कंप्युटर शिक्षक, कंप्युटर ऑपरेटर, लिपिक, ड्राइवर, सहायक कर्मी की।
महिलाओं को प्राथमिकता
सम्पर्क: प्रातः 8 बजे से 12 बजे तक
मो. 9 46146 2222, 98876 41704
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