कोटा: एसीबी ने खान विभाग के तत्कालीन फोरमैन जगदीश प्रसाद मीणा के विरुद्ध आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। एसीबी की जांच में सामने आया था कि आरोपी जगदीश मीणा निवासी श्यामपुरा तहसील जिला सवाई माधोपुर, तत्कालीन फोरमैन खान एवं भू विज्ञान विभाग कोटा द्वारा अपने पद और अधिकारों का दुरुपयोग कर अपनी वैध आय से कई अधिक की परिसंपत्तियों अर्जित करना पाया गया।
जो की वैध रूप से अर्जित संपत्ति से 205 प्रतिशत अधिक पाई गई है। एडिशनल एसपी एसीबी कोटा विजय स्वर्णकार के अनुसार गत 9 मार्च 2016 को ट्रैप किया गया था। इस दौरान खान विभाग कोटा में तत्कालीन फोरमैन जगदीश प्रसाद मीणा को गिर*फ्तार किया था।
जाने क्या था मामला:
परिवादी ने गत मार्च 2016 में एसीबी कोटा चौकी को शिकायत दी थी। शिकायत में बताया गया था कि वह प्राइवेट ठेकेदार है। जेसीबी और ट्रैक्टर किराए पर लेकर मिट्टी व बजरी डालने का काम करता है। इस काम के लिए नियमानुसार खान विभाग से एसटीपी व रवन्ना बुक लेनी पड़ती है। एसटीपी के लिए उसने खान विभाग में आवेदन किया था।
दलाल के जरिए फोरमैन जगदीश मीणा ने रि*श्वत मांगी थी। दलाल ने 5 हजार की रि*श्वत की रकम जगदीश मीणा के लिए ली। इसके बाद 10 हजार की ओर मांग की गई। शिकायत सत्यापन के बाद एसीबी ने ट्रेप कार्रवाई कों अंजाम दिया। एसीबी ने आरोपी देवीलाल बंशीवाल, आनंद सिंह को रि*श्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा था।इसके बाद आरोपी जगदीश मीणा को तलाश कर गिर*फ्तार किया गया था।
एसीबी की टीम ने जगदीश मीणा के कोटा जीएडी, श्रीनाथपुरम स्थित आवास की तलाशी ली। बैंक खाते और दस्तावेजों की जांच की गई। जांच में सामने आया कि जगदीश की साल 2013 में पहली पोस्टिंग हुई थी। एसीबी ने अक्टूबर 2013 से मार्च 2016 तक के आय व्यय के दस्तावेज खंगाले। जिसमें 8 लाख 18 हजार 899 रूपए की आय से अधिक परिसम्पत्तियां पाई गई। जो वैध रूप से अर्जित संपत्ति से 205.07 प्रतिशत अधिक है।