सवाई माधोपुर जिला पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अंतर्गत मिलने वाली छात्रवृत्ति की राशि को जालसाजी कर हड़पने वाले संगठित गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। इस गिरोह द्वारा जालसाजी कर गत दो सत्र में करीब 65 लाख रुपए हड़पे है। पुलिस ने आरोपी ई-मित्र कियोस्क संचालक अजय गुर्जर निवासी सीतोड़ बामनवास, सामाजिक न्याय विभाग का सूचना सहायक ऋषिकेश मीना निवासी पीपल्दा, महात्मा ज्योतिराव फूले यूनिवर्सिटी अचरोल जयपुर का कंप्यूटर ऑपरेटर मुकेश सैनी एवं गिरोह के अन्य सदस्य श्यामलाल माली को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने प्रेस कांफ्रेंस कर मामले का खुसला करते हुए बताया की सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग सवाई माधोपुर की उपनिदेशक मीना आर्य ने मामला दर्ज करवाया था की विभिन्न कॉलेजों में अध्ययनरत आरक्षित वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली स्कॉलरशिप के तहत महात्मा गांधी ज्योतिराव फूले विश्विद्यालय अचरोल जयपुर के उत्तर मैट्रिक छात्रवृत्ति की स्वीकृति हेतु वर्ष 2022-23 में एसजेएमएस स्कॉलरशिप पोर्टल पर फॉर्म प्राप्त हुए थे। फॉर्म ई-मित्र कियोस्क के कम्प्यूटर से एक से अधिक संख्या में क्रिएट किए गए और पोर्टल के माध्यम से छात्रों की छात्रवृत्ति को विभिन्न बैंक खातों में डालकर फर्जी तरीकों से उठाया गया। इस मामले पर साइबर थाना सवाई माधोपुर में मामला दर्ज किया गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सवाई माधोपुर द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक एसआईयूसीएडब्ल्यू सवाई माधोपुर राजवीर सिंह और एएसपी सवाई माधोपुर हिमांशु शर्मा के सुपरविजन में विशेष अनुसंधान दल का गठन किया गया।
वहीं मामले का अनुसंधान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राजवीर सिंह द्वारा किया गया। पुलिस तकनीकी से पुलिस को पता चला कि कुछ छात्रवृत्ति फॉर्म एक ही ई-मित्र कियोस्क से फर्जी तरीके से भरे गए थे। इस प्रकार कुल 285 फॉर्म फर्जी भरे गए। यह ई-मित्र कियोस्क अजय गुर्जर निवासी सीतोड़ बामनवास के नाम से था। इसके अलावा अन्य छात्रवृत्ति फॉर्म अलग-अलग कियोस्क से भरे गए, लेकिन जांच में पता चला की ये सभी विशेष सीरियल नंबर से बनाकर उनमें ई-मेल एड्रेस एक ही दिया गया था। इसके बारे में जांच की गई तो पता लगा कि यह कृत्य श्यामलाल माली निवासी बाटोदा द्वारा किया गया। छात्रवृत्ति फॉर्म में जो बैंक अकाउंट दिया गए थे उनके खाता धारकों के बारे में जानकारी की गई तो इनके रिश्तेदारों के नाम से होना पाया गया। गिरोह के सदस्य छात्रों के मूलभूत दस्तावेज लेकर फर्जी रशीदों के माध्यम से सांठगांठ कर फर्जी तरीके से छात्रवृत्ति उठाकर अपने परिचितों के खाते में राशि डलवाते थे। इस प्रकार प्राप्त होने वाली छात्रवृत्ति की राशि को आरोपी आपस में बांट लेते थे।
जिस पर पुलिस ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के सूचना सहायक ऋषिकेश मीणा, ई-मित्र संचालक अजय गुर्जर, श्याम लाल माली और महात्मा ज्योतिबा राव फूले यूनिवर्सिटी के कम्प्यूटर ऑपरेटर मुकेश कुमार सैनी को गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने लगभग 65 लाख रुपए के घोटाले को अंजाम दे दिया। आरोपियों ने 285 एंट्री फर्जी रूप से कर डाली। मामले में पुलिस अब अपनी अग्रिम कार्रवाई को अंजाम देने में जुटी हुई है। पुलिस गिरफ्तार चारों आरोपियों से गहनता से पूछताछ में जुटी हुई है। पुलिस को आरोपियों से पूछताछ में कई अन्य नामों के खुलासा होने की उम्मीद है।