महिला सशक्तिकरण और उन्हें उनके अधिकार दिलाने में सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस का आयोजन किया जाता है, ताकि वे अपने सामने आने वाली चुनौतियों का डटकर सामना कर सकें और अपनी जरूरतों के साथ अपने सपनों को पूरा कर सके यह बात अतिरिक्त जिला कलेक्टर डॉ. सूरज सिंह नेगी ने मंगलवार को अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आयोजित किशोरी मेले में कही।
उन्होंने कहा कि महिलाओं का सम्मान भावनाओं से करें एवं हमारे आस – पास ऐसा वातावरण तैयार करें जहां बालिकाएं पूर्ण रूप से अपनी मंजिल स्वयं तय कर सकें। उन्होंने बालिकाओं से कहा कि वे उनके स्वयं के लिए समय निकाले अपने अन्दर छिपी हुई प्रतिभा की पहचाने। इसके साथ ही उन्होंने बालिकाओं से उनकी समस्याएं उनके माता-पिता एवं गुरूजनों के समक्ष रखने के लिए कहा ताकि उनकी समस्याओं का त्वरित समाधान हो सकें।
अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस पर किशोरी मेले का आयोजन:- अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर शिक्षा विभाग द्वारा किशोरी मेले का आयोजन किया गया। जिसमें बालिकाओं द्वारा बाल विवाह, वेस्ट मेटेरियल का उपयोग, रैन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, सौर मण्डल परिवार, मानव ह्रदय की संरचना एवं इसका कार्य, बाल अधिकार एवं सुरक्षा, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय, ग्लोबल वार्मिंग ज्वालामुखी संरचना एवं निकलने वाले लावा, हिन्दी व्याकरण, राष्ट्रीय प्रतीक चिह्नों एवं स्वच्छ पर्यावरण सहित अन्य विषयों पर मॉडल बनाए गए। इस दौरान अतिरिक्त जिला कलेक्टर ने इन मॉडलों का अवलोकन करते हुए बालिकाओं से इनके बारे में जानकारी लेकर उत्साहवर्धन किया।
उन्होंने जिले में शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाली प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य, प्रधानाध्यापक एवं शारीरिक शिक्षिकाओं को प्रशस्ति-पत्र एवं स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया। वहीं किशोरी मेले में भाग लेने वाली बालिकाओं एवं परीक्षाओं में उत्कृष्ट अंक प्राप्त करने वाली बालिकाओं को भी स्मृति चिह्न एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया। इस मौके पर मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी रामखिलाड़ी बैरवा, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक नाथूलाल खटीक, एडीपीसी समसा दिनेश चन्द गुप्ता, सहायक निदेशक महिला अधिकारिता विभाग राजेन्द्र कुमार, एपीसी चन्द्रशेखर जैमिनी सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।