बौंली क्षेत्र में शासन प्रशासन से बैखौफ बजरी माफिया अब इतना अधिक बेलगाम हो चुका है कि वह प्रशासनिक अधिकारियों को जान से मारने की धमकियां देने लगा है। ऐसा ही एक मामला मित्रपुरा उप तहसील कार्यालय पर कार्यरत नायब तहसीलदार के साथ घटित हुआ है।
नायब तहसीलदार को बजरी माफियाओं द्वारा जान से मारने की धमकियां देने के बाद नायब तहसीलदार ने बौंली उपखंड अधिकारी को पत्र लिखकर उनकी स्वयं की सुरक्षा कराने व क्षेत्र से निकलने वाले अवैध बजरी के वाहनों पर शीघ्र उचित कार्रवाई करा उन पर अंकुश लगाने का आग्रह किया है।
नायब तहसीलदार सीमा घुणावत ने उपखंड अधिकारी को लिखे पत्र में बताया कि उन्हें स्थानीय स्तर पर बजरी माफियाओं के विरुद्ध कार्रवाई करने के दौरान पुलिस का किसी प्रकार से सहयोग नहीं मिलने व बजरी माफियाओं द्वारा उनकी कार्रवाई से क्षुब्ध होकर उन्हें जान से मारने की धमकियां दी जाने लगी है। 25 सितम्बर को भी उनके द्वारा बजरी से भरे ओवरलोड ट्रैक्टर ट्रॉलियों के विरुद्ध कार्यवाही करने के दौरान अल सुबह उन्होंने कई बार मित्रपुरा चौकी प्रभारी को फोन किए लेकिन किसी ने उनका फोन नहीं उठाया। उन्होने बताया कि जब पुलिस से बात होती है तब तक उनके द्वारा की गई कार्यवाही के दौरान जब्त ट्रैक्टर ट्रॉलियों को माफिया के लोग छुड़ाकर ले जाते हैं। बजरी माफियाओं की ऐसी दबंगाई से एक निडर साहसी महिला अधिकारी जूझ रही है लेकिन उपखंड व जिला स्तर पर बैठे उच्च प्रशासनिक व पुलिस के अधिकारी मुंह ताक रहे हैं।
नायब तहसीलदार ने पत्र में बताया कि उनके कार्यालय के सामने सहित क्षेत्र के विभिन्न कच्चे पक्के मार्गों से बजरी माफिया ओवरलोड बजरी भरकर ट्रैक्टर ट्रॉली व अन्य वाहनों से निकलते हैं। प्रतिदिन करीबन 70 से 80 अवैध बजरी वाहन निकल कर मोरेल नदी के रास्तों से दूसरे जिलों की सीमाओं में प्रवेश कर रहे हैं लेकिन पुलिस इसमें कोई कार्रवाई नहीं कर रही।
एक प्रशासनिक अधिकारी द्वारा पुलिस पर कार्यवाही नहीं करने का आरोप लगाना कहीं न कहीं भ्रष्टाचार एवं पुलिस की कार्यप्रणाली पर शक जाहिर करता है। नायब तहसीलदार ने पत्र में स्पष्ट बताया कि इन बजरी परिवहनकर्ता माफियाओं की दबंगई के आगे ग्रामीण भी बौने सिद्ध हो रहे हैं। क्षेत्र में आए दिन दुर्घटनाएं घटित हो रही हैं सड़कें पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं लेकिन फिर भी यह लोग बाज नहीं आ रहे तथा जान से मारने की धमकियां देने पर तुले हुए हैं। कई लोग तो कार्यालय में आकर ही जान से मारने की धमकी दे जाते हैं।
क्षेत्र में बजरी माफियाओं की ऐसी दबंगई से बेखौफ निडर साहसी नायब तहसीलदार की ग्रामीण क्षेत्रों में उनके कार्यों को लेकर लोग सराहना कर रहे हैं लेकिन पुलिस व प्रशासन में बैठे उच्च अधिकारियों के द्वारा कोई कार्यवाही नहीं करने से आमजन भी तरह-तरह की चर्चाएं करने लगा है।